तलाक कानून के संसोधन पर देशभर से प्रतिक्रिया मिल रही है
तीन तलाक कानून के संसोधन पर देशभर से प्रतिक्रिया मिल रही है। बरेली के दरगाह आलाहज़रत के प्रचारक और उलेमाओ का कहना है कि बिल में संशोदान सही है और पूर्व में सरियत में भी खलीफा 3 तलाक पर कोड़े की सजा देते थे,वही महिलाओ की 3 तालक पर लड़ाई लड़ रही फरहत नक़वी इस संसोदन से कानून कमजोर होने की बात कर रही है.|
वही उन्होंने हलाला और 3 तलाक पीड़ित को नौकरियो ,रोजगार योजना में आरक्षण देने की मांग की – बरेली दरगाह आलाहज़रत के प्रचारक मौलाना सहबुदीन ने 3 तलाक बिल के संसोदन को सही बताया और कहा कि इसे पुरुष और महिला दोनो को राहत मिलेगी उनका ये भी कहना है कि प्राचीन काल में सरियत के अनुसार दूसरे खलीफा ने एक साथ 3 तलाक देने पर 14 कोड़े की सजा का प्रावधान किया था,वही गवर्नमेंट भी यही कर रही है.
वही बरेली में मेरा हक फाउंडेशन की संचालक और केंद्रीय मंत्री मुख्तार नक़वी की बहन फरहत नक़वी ने तीन तलाक पर हुए कानून संसोधन को कमजोर बताया है। फरहत का यह कहना है पहले इस एक्ट में गैरजमानती का प्रावधान था लेकिन मजिस्ट्रेट से जमानत के प्रावधान को शामिल करके कानून को विपक्ष के दवाब में कमजोर किया गया है। अब लोगो में कानून का डर नही रहेगा।फिलहाल अभी प्रस्ताव को राज्यसभा में पास होना है,वही अब हलाला और 3 तलाक पीड़ितों को अरक्षण देने की मांग भी उठने लगी है