राष्ट्रपति ने बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2017 प्रदान किए
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने बाल दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2017 प्रदान किए। इस अवसर पर महिला और बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार मौजूद थे। राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2017 बच्चों की असाधारण उपलब्धियों के साथ-साथ; बच्चों के कल्याण के लिए कार्य कर रहे व्यक्तियों और संस्थानों को प्रदान किए गए।
इस वर्ष राष्ट्रपति ने 16 बच्चों को सम्मानित किया। इनमें से एक बच्चे को स्वर्ण पदक और 15 बच्चों को रजत पदक प्रदान किए गए। बाल कल्याण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 3 व्यक्तियों और 5 संस्थानों को दिया गया। राजीव गांधी मानव सेवा पुरस्कार 3 व्यक्तियों को प्रदान किया गया।
असाधारण उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
असाधारण उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय बाल पुरस्कार शिक्षा, संस्कृति, कला, खेल, संगीत आदि के क्षेत्र में असाधारण क्षमता वाले बच्चों को पहचान प्रदान करने के लिए दिए जाते हैं। यह पुरस्कार 5-18 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को दिए जाते हैं। असाधारण उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चे को 20,000 रुपये नकद राशि, प्रमाण-पत्र/ प्रशस्ति पत्र और एक स्वर्ण पदक और 15 बच्चों में प्रत्येक को 10,000 रुपये नकद प्रमाण-पत्र/ प्रशस्ति पत्र और एक रजत पदक प्रदान किया गया। स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं को 2015 से क्रमश: 10,000 रुपये और 3,000 रुपये के पुस्तक वाउचर दिए जा रहे हैं। वर्ष 2017 के पुरस्कार निम्नलिखित 16 बच्चों को प्रदान किए गए :
बाल कल्याण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार (व्यक्ति और संस्थान)
यह पुरस्कार बाल विकास और कल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संस्थानों और व्यक्तियों को दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों की शुरुआत ऐसे स्वयंसेवी कार्यों को मान्यता देने के लिए की गई थी। पुरस्कार के रूप में प्रत्येक संस्थान को तीन लाख रुपये नकद और एक प्रशस्ति पत्र तथा प्रत्येक व्यक्ति को एक लाख रुपये नकद तथा एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। अब तक इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से 157 संस्थानों और 103 व्यक्तियों को सम्मानित किया जा चुका है।
राजीव गांधी मानव सेवा पुरस्कार:
इस श्रेणी में दिव्यांग बच्चों सहित बच्चों की सेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को मान्यता प्रदान करने के लिए पुरस्कार दिया जाता है। चयन का मापदंड बच्चों के कल्याण के लिए व्यक्ति के कार्य की गुणवत्ता है। बच्चों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए देश के प्रयास में स्वयंसेवी कार्य का विशेष स्थान है और यह पुरस्कार ऐसी स्वयं सेवी सेवाओं में व्यक्ति की उत्कृष्टता को मान्यता देता है।
पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये नकद, एक चांदी की प्लेट और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है