राव इंद्रजीत सिंह ने केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का कार्यभार संभाला
गरीबों और आम लोगों के हित में सरकार की नीतियों को लागू करना हमारी प्राथमिकता – राव इंद्रजीत सिंह
लाभार्थियों का दायरा बढ़ाने के लिए आंकड़ों का प्रभावी इस्तेमाल करना आज की जरूरत – राव इंद्रजीत सिंह
श्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वायन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने कहा कि गरीबों और आम लोगों के हित में सरकार की नीतियों को लागू करना हमारी प्राथमिकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लाभार्थियों का दायरा बढ़ाने के लिए आंकड़ों का प्रभावी इस्तेमाल करना आज की जरूरत है।
उन्होंने कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वायन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
श्री राव इंद्रजीत सिंह का जन्म हरियाणा के रेवाड़ी में 11 फरवरी, 1950 को हुआ था। वे 17वीं लोकसभा 2019 में हरियाणा के गुरूग्राम संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से एल.एल.बी और हिन्दू कॉलेज से कला स्नातक (ऑनर्स) किया है।
श्री राव इंद्रजीत सिंह ने 5 जुलाई, 2016 से 3 सितंबर, 2017 तक योजना राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), शहरी विकास राज्यमंत्री और आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन राज्यमंत्री के रूप में काम किया है। उन्होंने 9 नवंबर, 2014 से 5 जुलाई, 2016 तक योजना राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), रक्षा राज्यमंत्री के रूप में भी काम किया है। श्री सिंह ने 27 मई, 2014 से 9 नवंबर, 2014 तक योजना राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन और रक्षा राज्यमंत्री के रूप में काम किया है।
लोकसभा सांसद के रूप में यह श्री राव इंद्रजीत सिंह का पांचवां कार्यकाल है। इससे पहले उन्होंने 2014 में 16वीं लोकसभा एवं 2009 में 15वीं लोकसभा में गुरुग्राम संसदीय क्षेत्र का और 2004 में 14वीं लोकसभा एवं 1998 में 12वीं लोकसभा में महेन्द्रगढ़ संसदीय क्षेत्र का तिनिधित्व किया था। वे हरियाणा में जाटुसाना (अब कोसली) विधान सभा क्षेत्र से 4 बार 1977-1982, 1982-1987, 1991-1996, और 2000-2004 तक विधायक भी रहे। वे हरियाणा सरकार में 1991-1996 तक कैबिनेट मंत्री रहे। उन्होंने पर्यावरण एवं वन और चिकित्सा और तकनीकी शिक्षा मंत्री के रूप में काम किया। उन्होंने 1986-1987 तक योजना खाद्य और नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में भी काम किया।