रामनवमी पर हिंसा- ममता रामभक्तों पर हुई आगबबूला, पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर हिंसा जारी
पश्चिम बंगाल में रामनवमी के जुलूस में शाम के वक्त शुरू हुई हिंसा की घटनाएं सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहीं । राज्य के मुर्शिदाबाद और बर्द्धमान जिलों में भगवा संगठनों के सदस्यों और पुलिस के बीच झड़प भी सामने आई । इन घटनाओं के बाद सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हुई हिंसा पर कहा, “क्या भगवान राम ने किसी से हथियारों व तलवार के साथ रैली करने को कहा था? क्या हम राज्य प्रशासन और कानून-व्यवस्था को इन गुंडों के हाथों में छोड़ सकते हैं, कौन राम को बदनाम कर रहा है?
ममता के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीति गरमा गई है । गायक से नेता बने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के ट्विटर वॉर शुरू कर दी है बाबुल सुप्रियो ने ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल पुलिस पर सवाल उठाते हुए अपने एक ट्वीट में बाबुल सुप्रियो ने दावा किया है कि कार और मेटाडोर में आए लोगों ने हिन्दुओं पर तलवारों और चॉपर्स से हमला किया ।
कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद
बता दें कि राज्य बाल अधिकार समिति के कुछ दिनों पहले जारी किए गए निर्देशों को खुलेआम दरकिनार करते हुए पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में रामनवमी के दिन कई बच्चों को धारदार हथियारों के साथ चलते देखा गया था. रैली में नाबालिग लड़के व लड़कियां भगवान राम का नाम जपते हुए तलवार व चाकू जैसे हथियार भांज रहे थे. इस रैली का आयोजन कथित तौर पर बजरंग दल ने किया था. इस जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी. इस झड़प में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी और 5 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे. इस रैली के बाद से ही प्रदेश के हालात बिगड़ते चले गए और प्रदेश में जगह-जगह हिंसा होने लगी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कम से 10 लोग घायल हुए जब रामनवमी उत्सव समिति के सदस्यों की इलाके में जुलूस के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हो गई.
उन्होंने बताया , ”दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई क्योंकि रैली में हिस्सा ले रहे कुछ लोगों ने थाना और उसके बाहर खड़े वाहनों पर पथराव किया. पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज करना पड़ा.” बीजेपी नेता सुभाष मंडल ने हालांकि हंगामे के लिये तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया, ”हंगामा पैदा करने के लिये तृणमूल कांग्रेस के अज्ञात उपद्रवी रैली में शामिल हो गए।ये यहां लोगों के सामने हमारी छवि को बर्बाद करने का प्रयास कर रहे थे.”
मंडल के आरोपों का खंडन करते हुए तृणमूल विधायक अपूरबो सरकार ने आरोप लगाया कि बीजेपी और विहिप इलाके में शांति भंग करने का प्रयास कर रही है. उन्होंने दावा किया कि घटना से सत्तारूढ़ पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है ।