राजीव जी के अपमान पर प्रधानमंत्री को कानूनी नोटिस देंगे- प्रमोद तिवारी !
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य श्री प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अमेठी और रायबरेली संसदीय क्षेत्र के समीपवर्ती प्रतापगढ़ मे शहीद प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी को लेकर मिस्टर क्लीनचिट को लेकर की गई सार्वजनिक टिप्पणी को संसदीय परम्परा और मूल्यों पर मोदी जी द्वारा पहुंचाई गई चोट पर कडी निन्दा की है। श्री तिवारी नेे कहा है कि स्व. राजीव गांधी जी पवित्र और निश्छल जननेता के रूप मे मरणोपरांत भी देश के करोडो लोगो की बडी आस्था का अविस्मरणीय व्यक्तित्व रखते है। ऐसे मे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने श्री राहुल गांधी जी पर ओछा इल्जाम लगाकर परम्परा के खिलाफ बोलते हुए एक कलंकित टिप्पणी करके देश की बडी जन-आस्था को गहरा आघात पहुंचाया है।
श्री तिवारी ने कहा कि स्व. राजीव गांधी जी ने युवा मताधिकार, पंचायतीराज एक्ट, दल बदल विधेयक जैसे अनेक कानूनों को प्रधानमंत्री के रूप मे देश मे प्रभावी बनाकर एक ईमानदार तथा लोकतंत्र मे सत्ता का संतुलन एवं योजनाएं जन केन्द्रित करते हुए देश को दीर्घकालिक आदर्श संसदीय नेतृत्व प्रदान किया है। ऐसे मे जबकि परम्परा और मूल्य यह रहे है कि सिर्फ देश ही नही बल्कि विश्व के किसी भी कोने मे दुनिया मे न रहने वाले व्यक्ति पर कभी भी ओछी और अमर्यादित तथा गैरराजनीतिक टिप्पणी नही की जाती। श्री तिवारी ने कहा कि जिसके दामन पर राफेल के छीटें लगे है और हार की हताशा साफ झलक रही हो ऐसे मे प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ताख पर रखकर पीएम मोदी ने स्व .राजीव गांधी जी को लेकर जो शर्मनाक टिप्पणी की है, देश की जनता उसका माकूल जबाब देगी । श्री तिवारी ने कहा है कि मोदी जी का स्व. राजीव गांॅधी जी पर दिया गया बयान अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है तथा शालीनता और मर्यादा के प्रतिकूल है, और एक अमर शहीद शहादत का अपमान है । श्री तिवारी ने कहा कि मैं कानूनी राय ले रहा हंूूॅ और तदानुसार एक ‘‘लीगल नोटिस’’ प्रधानमंत्री मोदी जी को दंूूॅगा चंूूॅकि ये प्रतापगढ़ की धरती पर दिया गया बयान है । श्री तिवारी ने कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि मोदी जी मानसिक रूप से अपनी आसन्न हार को सामने देखकर पूरी तरह अपनी वाणी और भाषा पर मानसिक नियंत्रण खो बैठे हैं, और ऐसा प्रतीत होता है कि मोदी जी ने राजीव जी को लेकर जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, वह निन्दनीय और स्तरहीन है ।