Punjab : जी.एन.बी.एल रामगढ़िया महिला महाविद्यालय, फगवाड़ा के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर एक विशेष काव्य गोष्ठी का आयोजन’

‘जी.एन.बी.एल रामगढ़िया महिला महाविद्यालय, फगवाड़ा के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर एक विशेष काव्य गोष्ठी का आयोजन’

पंजाब:-रामगढ़िया शैक्षणिक परिषद, फगवाड़ा की अध्यक्षा श्रीमती मनप्रीत कौर भोगल और कार्यवाहक प्रिंसिपल श्रीमती मनप्रीत कौर के मार्गदर्शन में, जीएनबीएल रामगढ़िया महिला महाविद्यालय, फगवाड़ा के हिंदी विभाग और एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब ने नोडल अधिकारी डॉ. नीलू शर्मा (सहायक प्रोफेसर, हिंदी विभाग) के नेतृत्व में 14 सितंबर 2024 को परिसर में एक विशेष काव्य गोष्ठी का आयोजन किया।

संगोष्ठी का उद्घाटन भारतीय परंपरा के अनुसार दीप प्रज्वलन से हुआ इस कार्यक्रम में कॉलेज की छात्राएं और महिला काव्य मंच की सदस्यों सहित लगभग 45 प्रतिभागी मौजूद थे।

कॉलेज की छात्राओं ने हिंदी भाषा के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए अपनी विभिन्न गतिविधियां प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि प्रिंसिपल प्रोमिला अरोड़ा ने कहा कि इस तरह की सभाएं बच्चों के लिए प्रेरणादायी साबित होती हैं और आज का युवा सकारात्मक सोच रखने में सक्षम बनता है।

विशिष्ट अतिथि डॉ. इरादीप त्रेहन एवं श्रीमती मुनज़ा इरशाद ने अपनी कविताओं के माध्यम से विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। उन्हें सुनकर सभी श्रोता रोमांचित हो उठे। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत नृत्य एवं गायन ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी।

माननीय शाहबाज़ खान, डॉ. नीलम सेठी, डॉ. सरला भारद्वाज, डॉ. सुधामिनी सूद, नीरू ग्रोवर, नीत नरिंदर कौर, डॉ. विभा कुमारिया शर्मा, कविता कुमारी एवं राधा शर्मा ने भी हिंदी दिवस, समाज, जीवन, नारी का अस्तित्व आदि विषयों पर कविताएँ सुनाईं।

आमंत्रित विशेष वक्ता डॉ. यश चोपड़ा एवं श्री दिलीप पांडे ने भी अपनी उत्कृष्ट रचनाएं प्रस्तुत कर हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला और श्रोताओं का दिल जीत लिया।

कॉलेज की प्राचार्या श्रीमती मनप्रीत कौर ने सभी का धन्यवाद किया तथा कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए डॉ. नीलू शर्मा एवं उनकी टीम सदस्य श्रीमती मंजू बाला को बधाई भी दी. डॉ. नीलू शर्मा ने मुख्य अतिथि, कार्यक्रम में पधारे सभी विशिष्ट अतिथियों तथा समस्त श्रोतागण का औपचारिक रूप से धन्यवाद करते हुए आह्वान किया कि वे इस दिवस के उद्देश्य की पूर्ति के लिए निरन्तर प्रयास करते रहें, ताकि विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए जागरुकता पैदा हो तथा हिन्दी को राष्ट्रीय ही नहीं, अपितु अन्तर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में भी सम्मान मिल सके। इस अवसर पर महाविद्यालय स्टाफ तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

सोनू मिश्रा की रिपोर्ट

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