प्रधानमंत्री मोदी ने 2 अक्टूबर से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन का फैसला किया ।

प्रधानमंत्री मोदी ने देश को साल 2022 तक पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है. इसके तहत 2 अक्टूबर से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लग जाएगा. सिंगल यूज प्‍लास्टिक का सिर्फ 7.5 प्रतिशत हिस्सा ही रिसाइकल किया जा सकता है.

हालांकि सरकार की तरफ से इस तरह की प्लास्टिक की रीसाइक्लिंग को लेकर तरह-तरह की योजनाएं बनाई जा रही हैं. आइए जानते हैं प्लास्टिक को रिसाइकल करने के कुछ क्रिएटिव तरीके.

प्लास्टिक की दीवार

भारत में हर साल लगभग 6,60,787 टन प्लास्टिक कूड़ा निकलता है, जिनमें बोतलों की संख्या ज्यादा है. प्लास्टिक की बोतलों को एक सुन्दर दीवार की शक्ल दी जा सकती है. आपको बता दें कि इसकी शुरुआत मसूरी से हो चुकी है. कैम्पटी फॉल के पास 15000 प्लास्टिक की बोतलों से एक वॉल ऑफ होप बनाई गई है. ये दीवार लंबे समय तक हवा और पानी से खराब नहीं होगी.

कचरे से तैयार सड़कें

प्लास्टिक कचरों का इस्तेमाल सड़कें बनाने में भी किया जा सकता है. इस तरह से तैयार की गई सड़कें प्रकृति के अनुकूल होंगी. सड़कों में प्लास्टिक कचरे के इस्तेमाल से सरकार के ऊपर खर्च का बोझ भी कम पड़ेगा. इन सड़कों पर गड्ढे होने की संभावना भी कम होती है.

रेनवॉटर हार्वेस्टिंग के लिए

सिंगल यूज प्‍लास्टिक से निकलने वाले कचरे का इस्तेमाल रेनवॉटर हार्वेस्टिंग के लिए भी किया जा सकता है. पिछले कुछ सालों से सरकार रेनवॉटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देने की लगातार कोशिश कर रही है.

ईंट और टाइल्स बनाने में

प्लास्टिक कचरे से टाइल्स और ईंटें भी बनाई जा सकती हैं. प्लास्टिक या रेशेदार कचरे में रसायन मिलाकर बेहतरीन टाइल्स तैयार की जा सकती है. इसके अलावा जूट की थैलियों को बढ़ावा देकर सिंगल प्लास्टिक से मुक्ति पाई जा सकती है.

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