तैयारी करके बने IAS , देखें- कैसा है UPSC टॉपर का स्टडी रूम

तैयारी करके बने IAS , देखें- कैसा है UPSC टॉपर का स्टडी रूम

देश में हर साल लाखों प्रत‍ि‍योगी यूपीएससी एग्जाम में बैठते हैं, लेकिन इन्हीं में से कुछ ही लोग इस कतार में आगे आ पाते हैं. यूपीएससी में आठवीं रैंक पाने वाले टॉपर अभ‍िषेक सर्राफ मानते हैं कि इस परीक्षा को क्लीयर करने के लिए तीन चीजें महत्व रखती हैं, पहली कि आप क्या पढ़ रहे हैं, दूसरी कि आप कैसे पढ़ रहे हैं तीसरी और अहम आप जो पढ़ रहे हैं उसे किस तरह अपने भीतर उतार रहे हैं. इस चित्र में अभ‍िषेक सर्राफ का स्टडी रूम है, आइए जानें उनके स्टडी रूम की खास बात क्या थी.

भाेपाल के रहने वाले अभ‍िषेक सर्राफ ने यूपीएससी की तैयारी से पहले आईआईटी कानपुर में पढ़ाई की थी. यहां पढ़ाई के दौरान उनके नंबर क्लास में टॉपर्स लिस्ट में होते थे. अभ‍िषेक कहते हैं कि मैंने कभी अपने को एक कमरे में बंद करके हमेशा किताबों में खोये रहने वाला एटीट्यूड नहीं रखा, मेरे दोस्त भी थे जिनके साथ खाली वक्त बिताता था.

वो कहते हैं कि लेकिन मैं पढ़ाई के दौरान सबसे ज्यादा ये जरूरी मानता था कि जब जो पढ़ो सिर्फ उस पर फोकस करो. इसलिए मैं जब किसी सब्जेक्ट को डूबकर पढ़ता था और उसके की प्वाइंट्स याद रखने के लिए उन्हें शॉर्ट नोट्स के फॉर्म में अपने स्टडी रूम की दीवार पर चस्पा कर देता था.

ये तरीका मैंने आईआईटी में भी अपनाया, यहां से पढ़ाई पूरी करके जब मैंने रेलवे में एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ट्रेनी का पद संंभाला तो मुझे यूपीएससी के प्रति ललक जगी. मैं इस परीक्षा के जरिये समाज से ज्यादा से ज्यादा से जुड़ने के सपने देखने लगा. इस‍के लिए मैंने फिर से पढ़ाई का वही तरीका न‍िकाला.

अभ‍िषेक ने सबसे पहले यूपीएससी के पूरे सिलेबस का अध्ययन किया. फिर उसके नोट्स बनाए. उन नोट्स में से भी शॉर्ट नोट्स बनाकर उनके जरूरी प्वाइंट्स हाइलाइट कर दिए ताकि कभी भी हाइलाइट देखकर उन्हें विषय का पूरा संदर्भ याद आ जाए.

नोट्स बनाने का सिलसिला शुरू हुआ तो चाैथा अटेंप्ट आते आते उनके स्टडी रूम की चारों तरफ की दीवारें नोट्स से भर चुकी थीं. अभ‍िषेक बताते हैं कि जब भी मैं अपना तय कोर्स पूरा करके खाली बैठता था या जिधर भी नजर गई तो उसे फिर से एक बार दोहरा लिया, इस तरह वो विषय पूरी तरह मेरे दिमाग में बैठ गया.

यूपीएससी की तैयारी के बारे में वो कहते हैं कि अगर आप यूपीएससी क्ली‍यर करने का ख्वाब देख रहे हैं तो उसके लिए आपको तैयारी के तरीकों पर भी फोकस करना होगा. इस तैयारी के दौरान आपको पहले ये समझना होगा कि सिलेबस कितना है, इसे किन किताबों से पढ़ना बेहतर होगा, इसके बाद फिर आपको उन विषयों का अपने हिसाब से अध्ययन करना होगा.

बता दें कि अभ‍िषेक ने चौथे अटेंप्ट में ये सफलता हासिल की है. उन्होंने बताया कि मुझे पहले ही अटेंप्ट में सफलता मिली थी लेकिन मैं अपनी रैंक को और इंप्रूव करना चाहता था इसलिए अपनी तैयारी का स्तर और बढ़ाता गया. मेरे मन में यही था कि अगर मैं अच्छी तैयारी करता जाऊंगा तो मेरी रैंक भी ऊपर होती जाएगी. और ऐसा हुआ भी अभ‍िषेक को चौथे अटेंप्ट में UPSC CSE 2019 में ऑल इंडिया आठवीं रैंक मिली.

आपको बता दें कि मूल रूप से भोपाल के रहने वाले अभ‍िषेक ने शुरुआती पढ़ाई भोपाल से पूरी की. इसके बाद आईआइटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद अमेरिका में भी जाकर रिसर्च की. इसके बाद इंजीनियरिंग एग्जाम के जरिये रेलवे ज्वाइन किया. उनके घर में उनकी माता प्रत‍िभा सर्राफ के अलावा एक बड़े भाई और भाभी हैं. उनके भाई प्राइवेट सेक्टर में जॉब करते हैं. उन्होंने कहा कि मेरी सफलता के पीछे मेरे पूरे परिवार और दोस्तों का सबसे ज्यादा सपोर्ट है.

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