निजीकरण के विरोध में बिजली विभाग के कर्मचारियो ने किया कार्य बहिष्कार, प्रदर्शन
एटा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने विद्युत वितरण खंड कार्यालय परिसर में सोमवार को विद्युत निजीकरण के विरुद्ध कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने कहा कि विभाग का निजीकरण किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता जंट सिंह यादव द्वारा की गई।
वक्ताओं ने कहा कि निजीकरण किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा। सरकार दासप्रथा की तरफ ढकेल रही हैं। इससे कर्मचारियों का ही नहीं बल्कि जनमानस का भी अहित है। इसका उदाहरण आगरा का टोरेंट पाॅवर है। निजीकरण नहीं तो जनहित में है और नहीं राष्ट्रहित में। सरकार इस निर्णय को वापस ले। इससे किसानों को भी परेशानी होगी, जनमानस और विद्युत उपभोक्ता त्रस्त है। कहा कि सरकार चट्टानी एकता के आगे नतमस्तक होकर रहेगी। इसके विरोध में जेल भरो आंदोलन के लिए सहमति पत्र दिए जा रहे हैं। निजीकरण करने का मतलब है उद्योग घरानों का लाभ करना।
धरना के दौरान वीरबहादुर सिंह, अभिषेक उपाध्याय, सुरेन्द्र सिंह, राघेश्याम गुप्ता, अर्जुन कुमार,संदीप कुमार, सोपाली सिंह, आरबी राॅय, एपी सिंह, केएच खान, योगेश कुमार, विजय शंकर, आफताब आलम, आनंद शर्मा, सुमित गर्ग, पंकज बघेल, अजीलत उपाध्याय, रोशन कुमार, विजय कुमार सहित आदि अनेक लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सौरभ त्रिपाठी ने किया।
लखनऊ से राघवेंद्र सिंह की रिपोर्ट !