लॉक डाउन की आड में पुलिस कर रही अवैध वसूली
*लॉक डाउन की आड में पुलिस कर रही अवैध वसूली
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नारा दिया था जो बहुत ही ज़ोर शोर से चला था सबका साथ सबका विकास वही उत्तर प्रदेश में भी इसका प्रयोग किया गया जिसके चलते पूर्ण बहुमत से भाजपा सत्ता में आई और उत्तर प्रदेश के सूबेदार योगी आदित्यनाथ जी बनाये गये योगी जी के सूबेदार बन्ने के बाद एकबारगी ऐसा लगा था की पुर्व सरकार में जो क़ानून व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई थी शायद अब सही हो जायगी ऐसे योगी जी के तेवर दिख रहे थे मगर वही धाक के तीन पात साबित हुए क़ानून व्यवस्था पुर्व सरकार से भी बदतर हो गई जगह जगह लूट हत्यायें और ब्लात्कार की मानो बाढ़ सी आगई जन्ता बुरी तरह तिरस्त हो गई और इधर कोरोना की मार उधर लॉक डाउन की मार से जहाँ जनता की बुरी तरह कमर टूटी वहीं सरकारी आतंक भी जनता का सुकून छीन रहा कहना गलत ना होगा कि जब से राजधानी लखनऊ में कमिश्नरि पधति लागू होई है पुलिस एक दम बेलगाम हो चुकी है,
राजधानी के पश्चिम क्षेत्र में दो स्टार एवं तीन स्टार धारण सारे कानूनों को ताक पर रखकर खुले आम अपनी मनमानी कर रहे हैं।
पश्चिम क्षेत्र का थाना अमीनाबाद अवैध वसूली एवं हराम खोरी का बड़ा गढ़ बनता जा रहा है,जिसमें मौलवीगंज चौकी इंचार्ज दिलीप मिश्रा एवं अमीनाबाद में तैनात सिपाही विमल यादव लगातार एक विशेष समुदाय को टारगेट कर अवैध तरीके से मुकदमे का दबाव बनाकर वसूली करते नजर आ रहे हैं,
नव नियुक्त थाना प्रभारी ने कुछ दिन पूर्व में दो पक्षों में हुए विवाद के बाद पत्रकारों को बताया कि दो पक्षों में डॉक्टर की दुकान पर लाइन लगाने को लेकर विवाद हुआ था, नशे में धुत बलमा ने एक पक्ष को बुरी तरह पीटा लेकिन बाद में दोनों के बीच समझौता हो गया था फिर उसके बाद शुरु हुआ चौकी इंचार्ज का का खेल चौकी इंचार्ज ने कई लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमे लिखे अज्ञात में भी सैकड़ों लोगों के नाम लिख दिये विशेष एक पक्ष के दो आदमियों को जेल भेज दिया और लगातार एक ही समुदाय के लोगों में दबिश देने लगे एक ही पक्ष पर दबाव बनाने लगे वहीं दूसरा पक्ष बेखौफ घूम रहा है,चौकी इंचार्ज ने नाम निकालने पर एक व्यक्ति ₹10,000 अवैध तरीके से मांग रहे हैं ना देने पर जेल भेजने की धमकी जब दोनों पक्षों ने सुलह समझौता की बात कर ली और दोनों ही पक्ष गले में हाथ डाले एक साथ घूम रहे हैं, लेकिन यह एकता स्थानिय चौकी प्रभारी को हज़म नही हो रही लगातार लोगों को चार्ज शीट लगाने के नाम से डरा रहे हैं इस से पुर्व भी nrcc caa प्रदर्शनों को लेकर भी महोदय ऐसे ही काफी वसूली कर लोगों को प्रताड़ित करते रहे हैं।
इस तरह के कई मामले सामने आय है अभी का मामला ही देख लें कि मौलवीगंज निवासी अहमद डाले में कुर्बानी के लिए बकरे ला रहे थे, तभी दोनो डालो को रोककर चार हजार, पंद्रह सौ, का चालान काटा दिया जब डाले वाले गरीब व्यक्ति ने पूछा साहब बकरा लाना कोई अपराध है तो चौकी प्रभारी ने बड़े गुस्से से देखा और कहा चले जाओ अभी तो चालान काटा है वरना बकरा समेत तुम को भी जेल भेज देंगे,जब से लॉकडाउन लगा है पुलिस को जैसे विशेष छूट मिल गई लूटने की, मास्क और हेलमेट वालों को तो ऐसे पकड़ते हैं जैसे खूंखार अपराधी पकड़ लिया हो,इसी की आड़ में कहीं ना कहीं धन उगाही भी चल रही है,
चौकी प्रभारी लगभग तीन साल से एक ही चौकी पर जमे हैं, ऐसे कौन से लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है चौकी प्रभारी को, अगर उच्च अधिकारी निष्पक्षता से इन दोनों मामलों की जांच करा लें तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा इनकी बढ़ती गुंडई को देखते हुए क्षेत्रीय लोगों में काफी दहशत का माहौल है, इस पर उच्च अधिकारीयों को विशेष ध्यान देना चाहिए मौलवीगंज क्षेत्र में अवैध वसूली को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाने चाहिए।
राघवेन्द्र सिंह आल राईट न्यूज़ लखनऊ