Pilibhit-पैनी नज़र संस्था पहुंची ज़िला पीलीभीत की निर्भया के घर
पीलीभीत थाना बरखेड़ा में एक नाबालिक बच्ची के साथ घटी बलात्कार व हत्या की घटना ने फिर से एक बार सरकार पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लगा दिया
जिसको लेकर पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्षा एडवोकेट सुनीता गंगवार ने सरकार पर निशाना साधा घटना की जानकारी होने पर अध्यक्षा पीड़ित परिवार से मिलने उनके गांव डडिया रांची अपनी टीम के साथ पहुंची मां की बिलखती हुई सिसकियां सुनकर सभी की आंखें नम हो गई परिवार को सांत्वना देते हुए अध्यक्षा ने पूछा कि परिवार पुलिस कार्रवाई से कितना संतुष्ट है परिवार ने कहा 4 दिन हो गए अभी तक पुलिस ने कोई सुराग नहीं निकाला लगातार घट रही घटनाओं को देखते हुए एक तरह से परिवार निराशा में डूबा हुआ है कि इस सरकार में कुछ नहीं होना है संस्था अध्यक्ष सीधे-सीधे योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा किस सरकार ने एक ऐसा नारा चलाया की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जिसके तहत धरातल पर ठीक उलट काम हो रहा है बेटी बचाना मुश्किल पड़ रहा है आज बेटियां तभी बच सकते हैं कि जब हम बेटियों को घर में जेल की तरह बंद करके रखे पढ़ने के लिए स्कूल ना भेजे तब शायद बेटियां बच सकें क्या इसी उम्मीद के लिए उत्तर प्रदेश में यह सरकार चुनी थी क्या सरकार जनता की नजरों में खरी उतरी है अभी तक पुलिस ने इस कांड में कोई सक्रियता नहीं दिखाई है संसद अध्यक्ष का कहना है कि आज पुलिस जो सुरक्षा के लिए बनाई जाती है वह आम नागरिकों को सुरक्षा नहीं दे रही है बल्कि अपराधियों का संरक्षण कर रही है और अपराधियों का संरक्षण नेता भी कर रहे हैं और यही नेता पुलिस को अपने इशारों पर भी चलाते हैं आज जरूरत है पुलिस प्रशासन को स्वतंत्रता देने की भी जिससे कि पुलिस चाह कर भी सही काम नहीं कर पा रही है अपराधियों को संरक्षण देने वाली इस सरकार से आज पूरे प्रदेश की जनता त्रस्त है। अध्यक्षा ने कहा कि अगर परिवार को इंसाफ नहीं मिलता है जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो संस्था परिवार के साथ खड़ी है और इंसाफ के लिए आंदोलन के लिए भी तैयार है।
बरेली से अशोक गुप्ता की रिपोर्ट !