PIB : मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ ने वार्षिक संयुक्त इलेक्ट्रोमेग्नेटिक बोर्ड बैठक 2024 का आयोजन किया
चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) की एक उपसमिति, संयुक्त इलेक्ट्रोमेग्नेटिक बोर्ड (जेईएमबी) की वार्षिक बैठक 13 नवंबर 2024 को एकीकृत रक्षा स्टाफ (संचालन) के उप प्रमुख एयर मार्शल जीतेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इस कार्यक्रम में तीनों सेनाओं, डीआरडीओ,रक्षा उत्पादन विभाग (डीडीपी) और उद्योग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया बैठक में इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, सिग्नेचर प्रबंधन, उभरती हुई तकनीक, ईएमआई/ईएमसी, स्पेक्ट्रम प्रबंधन और मानव संसाधन प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में संयुक्त संचालन और एकीकरण सहित कई विषयों पर चर्चा की गयी।
इस कार्यक्रम में एआई-सक्षम ई-तरंग प्रणाली का शुभारंभ किया गया, जो रक्षा स्पेक्ट्रम की स्वचालित, कुशल योजना और प्रबंधन को सक्षम करेगा, साथ ही उच्च आवृत्ति बैंड में नई तकनीकों के विकास को प्रोत्साहन देगा।
भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना विज्ञान संस्थान (बीआईएसएजी-एन) के सहयोग से विकसित यह अनूठा सॉफ्टवेयर युद्ध और शांति दोनों समय रक्षा उपकरणों के हस्तक्षेप-मुक्त संचालन की योजना में सुधार करेगा।
कार्यक्रम के दौरान जेसीईएस/एचक्यू आईडीएस द्वारा प्रकाशित तकनीकी समाचार पत्र (टीएनएल) 2024 भी जारी किया गया यह महत्वपूर्ण दस्तावेज भविष्य की उन तकनीकों की रूपरेखा प्रस्तुत करता है, जो आधुनिक युद्ध में बदलाव लाने की क्षमता रखती हैं तीनों सेनाओं ने इस दस्तावेज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
वार्षिक बैठक का एकमात्र उद्देश्य ‘तीनों सेनाओं के बीच संयुक्त इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (ईडब्ल्यू) संचालन में समन्वय करना और स्पेक्ट्रम युद्ध में क्षमताओं को बढ़ाने के लिए एक रोडमैप तैयार करना था।’
इस बैठक में भविष्य के लिए प्रौद्योगिकी विकास और प्रशिक्षण प्राथमिकताओं की पहचान करने की भी मांग की गई एयर मार्शल मिश्रा ने एक विशेष संबोधन में प्रभावी संचालन के लिए सेनाओं में ईडब्ल्यू परिसंपत्तियों को एकीकृत करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
उन्होंने सितंबर 2024 में आयोजित पहले संयुक्त ईडब्ल्यू अभ्यास के सफल संचालन की भी सराहना की, जिसने “मिलकर जीत” के सिद्धांत को रेखांकित किया था।
ब्यूरो चीफ, रिजुल अग्रवाल