Gaya News:पर्वत पुरुष दशरथ मांझी महोत्सव का किया उद्घाटन।
सौरभ कुमार(गया,बिहार)
गया।पर्वत पुरुष दशरथ मांझी के स्मरण में प्रति वर्ष की भांति 17 अगस्त को आयोजित दशरथ मांझी महोत्सव का उद्घाटन बिहार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इस अवसर पर डॉ प्रेम कुमार मंत्री कृषि विभाग बिहार सरकार,श्रवण कुमार ग्रामीण विकास विभाग एवं संसदीय कार्य, पूर्व मुख्यमंत्री सह इमामगंज के विधायक जीतन राम मांझी, गया के सांसद विजय मांझी,टेकारी के विधायक अभय कुमार सिन्हा, अतरी के विधायक कुंती देवी, विधान पार्षद संतोष कुमार मांझी,पूर्व विधायक कृष्ण नंदन यादव, पूर्व विधायक अजय मांझी, दशरथ मांझी के पुत्र भागीरथ मांझी, जिलाधिकारी अभिषेक सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा उपस्थित थे।
इसके पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी नीमचक बथानी ने पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सभी आगत अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन किया तथा स्थानीय विधायक कुंती ने सभी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने संबोधित करते हुए दशरथ मांझी के व्यक्तित्व पर विस्तार से बताया कि किस तरह से लगातार 22 वर्षों तक मात्र छेनी और हथौड़ी के सहारे पहाड़ को काटकर सुगम रास्ता बना दिया। आज उनकी कृति से गहलोर घाटी स्मरणीय बन गई। देश-विदेश से लोग यहां आते हैं उनकी जीवनी पर कई लोकप्रिय फिल्में बनी है।
माननीय मंत्री ग्रामीण विकास संसदीय कार्य विभाग ने संबोधित करते हुए कहा कि दशरथ मांझी पूजनीय है तथा उनकी कृति अमर है। उन्होंने बिहार सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों से लोगों को अवगत कराया तथा हो रहे जलवायु परिवर्तन से अवगत कराते हुए इसके निवारण के लिए मुख्यमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई जल जीवन हरियाली योजना से लोगों को अवगत कराया और सभी से अपील की है कि अधिक से अधिक वृक्ष लगाएं।
मंत्री कला संस्कृति एवं युवा विभाग ने दशरथ मांझी की कृति की चर्चा की और कला, संस्कृति युवा विभाग द्वारा की जा रहे कार्यों से लोगों को अवगत कराया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, गया के सांसद विजय मांझी, टेकारी के विधायक अभय कुमार सिंहा, अतरी के विधायक कुंती देवी, विधान पार्षद संतोष कुमार मांझी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने बारी बारी से संबोधन किया। सभी ने दशरथ मांझी के व्यक्तित्व एवं उनकी कृति की चर्चा की इस अवसर पर प्रख्यात पार्श्व गायिका दीक्षा तूर, सत्येंद्र संगीत एवं उनकी टीम द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई।