पाकिस्तान से आये जीशान ने कहा दोनो देशों के सम्बंध हो मधुर !
पाकिस्तानी आवाम की एक बड़ी तादाद की ख्वाहिश रहती है कि वह भारत के बुजुर्गों के दर पर आसानी से आ – जा सके ।
ख्वाजा गरीब नवाज़, आला हज़रत के उर्स में आसानी से वीज़ा मिल जाये दोनों मुल्कों की सरकारों को आवाम के रूहानी रिश्तों समझते हुए इसका हल तलाशना चाहिए । उर्स – ए – रज़वी में पाकिस्तान से आए पंद्रह जायरीन ने यह उम्मीद जताई है । यह दल वाघा बॉर्डर के ज़रिये दस दिन के विशेष वीज़ा पर भारत पहुंचा है ।लाहौर के कारोबारी मुहम्मद जीशान बताते हैं कि वाघा बॉर्डर से ही भारत मुहब्बत की खुशबू महसूस होने लगी थी । दोनों देशों की सरहदों पर सारी प्रक्रियाएं पूरी कर हम घंटे भर के अंदर भारत पहुंच गये थे !वह भारत सरकार का शुक्र अदा करते है की उनकी दरियादिली से उर्से रज़वी में हाज़री नसीब हुई ! मोहम्मद जीशान के मुताबिक हर साल ख्वाजा गरीब नवाज़ आला हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया के उर्स में कोशिश करते इस बार मौका मिल गया !