कारगिल विजय दिवस पर कवियों ने ओजस्वी रचनाओं से भारत के रणवीरों को किया नमन
बरेली : कवि गोष्ठी आयोजन समिति के तत्वावधान में स्थानीय गाँधी नगर स्थित नगर विधायक डॉ.अरुण कुमार के कार्यालय पर कारगिल विजय दिवस पर कवि सम्मेलन एवं पुस्तक विमोचन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कवि रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी अनिल कुमार एड., विशिष्ट अतिथिगण डॉ. के. एम. अरोड़ा, पूरन लाल लोधी व साहित्य भूषण सुरेश बाबू मिश्रा रहे।कार्यक्रम का शुभारंभ माँ शारदे के चित्र पर माल्यार्पण एवं वंदना से किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ कवि रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ के हिंदी ग़ज़ल- संग्रह ‘मीत मन से मन मिला तू’ का विमोचन अतिथियों के कर कमलों से हुआ।
कार्यक्रम में कारगिल विजय दिवस पर ओजस्वी काव्य पाठ कर कवियों ने भारत के रणवीरों को नमन करते हुए उनकी महिमा का गुणगान किया।
ख्याति प्राप्त साहित्यकार डॉ महेश मधुकर जी ने अपनी रचना के माध्यम से कहा कि मातृभूमि- रक्षा हित जिनके अडिग इरादे चट्टानी।
सर पर बाँध पाग केसरिया निकल पड़े थे सेनानी
कवि रोहित राकेश ने सुनाया-
कभी न हिले वो बुनियाद चाहिए,
वतन हमेशा ही आबाद चाहिए।
कार्यक्रम में अरविंद अग्रवाल,राज अग्रवाल, आर सी पांडे, शिव शंकर यजुर्वेदी, डॉ महेश मधुकर, राम कुमार अफरोज, गजलराज, एस.के. कपूर, रामशंकर प्रेमी, उमेश त्रिगुणायत, सत्यवती सिंह सत्या, रामकृष्ण शर्मा, मनोज दीक्षित टिंकू, रीतेश साहनी, एस ए हुदा, आनंद पाठक, अब्दुल नईम शबाब एवं ओम गौड़ आदि।
उपस्थित रहे कार्यक्रम का सफल संचालन कवि रोहित राकेश ने किया। अंत में आभार संस्था के सचिव गीतकार उपमेंद्र सक्सेना एड० ने सभी के प्रति प्रकट किया।