OMCs – वैश्विक बाजार में बढ़े कच्चे तेल के दाम, देश में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगेगी आग
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) के प्रमुखों ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया, अगले महीने होने वाले कर्नाटक चुनाव को देखते हुए पेट्रोल व डीजल के मूल्य में वृद्धि टालने का सरकार ने कोई निर्देश नहीं दिया है।
कहा जाता है कि दिसंबर 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले पेट्रोल व डीजल के मूल्य न बढ़ाने के लिए सकार ने कंपनियों से अनौपचारिक रूप से कहा था। उस समय पेट्रोल व डीजल की कीमत 45 पैसे प्रति लीटर बढ़ाने की जरूरत थी लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। कहा जाता है कि इस बार IOC, HPCL और BPCL को एक रुपये प्रति लीटर तक की मूल्य वृद्धि टालने और इसका भार खुद उठाने को कहा गया है।
IOC के चेयरमैन संजीव सिंह ने यहां एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। सरकार ने दैनिक मूल्य संशोधन टालने के लिए कोई निर्देश नहीं दिया है। HPCL के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर एम. के. सुराना ने भी कहा कि कच्चा तेल महंगा होने पर पेट्रोल व डीजल के मूल्य न बढ़ाने के किसी निर्देश की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इस मामले में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने भी सरकार की ओर से किसी निर्देश से इन्कार किया।
पेट्रोल व डीजल के मूल्य न बढ़ाने के सरकार के निर्देश की चर्चाओं के चलते शेयर बाजार में IOC का शेयर 7.6 फीसद गिर गया। HPCL में भी 8.3 फीसद की गिरावट आई। सरकार ने जून 2010 में पेट्रोल और अक्टूबर 2014 में डीजल के मूल्य निर्धारण को नियंत्रण मुक्त कर दिया था। पिछले साल दिसंबर के पहले पखवाड़े में कीमत में रोजाना एक से तीन पैसे की कटौती की गई। जबकि गुजरात में 14 दिसंबर को चुनाव होने के बाद कीमतें बढ़ने लगीं। देश में अभी पेट्रोल व डीजल की कीमतें चार वर्षो के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। नई दिल्ली में पेट्रोल 73.98 रुपये प्रति लीटर व डीजल 64.96 रुपये है।
कच्चे तेल की कीमत 2014 के बाद के उच्चतम स्तर पर
देश में पेट्रोल व डीजल की कीमतें आम लोगों की जेब पर और भार बढ़ा सकती हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार कच्चे तेल के दाम तीन साल से ज्यादा समय के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। सीरिया पर मिसाइल हमला करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद कीमतों में जोरदार तेजी आई। ब्रेंट क्रूड ऑयल दिसंबर 2014 के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। ब्रेंट क्रूड ऑयल 60 सेंट की तेजी के साथ 71.64 डॉलर प्रति बैरल (प्रति बैरल 158 लीटर) पर पहुंच गया। अमेरिकी क्रूड ऑयल 58 सेंट की तेजी के साथ 66.09 पर पहुंच गया।