नौसेना द्वारा सचल गोताखोर खोजबीन सोनार निर्माण के लिए समझौता
केंद्र सरकार की “मेक इन इंडिया” नीति के तहत नौसेना ने 15 नवंबर 2017 को टाटा पावर स्ट्रैजिक इंजीनियरिंग डिविजन के साथ खरीदो और निर्माण (भारतीय) श्रेणी के तहत सचल गोताखोर खोजबीन सोनार के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किये है। रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए नौसेना द्वारा यह दूसरा समझौता है। इससे पहले नौसेना ने युद्धपोत में निगरानी रडार के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किये थे।
सचल गोताखोर खोजबीन सोनार का निर्माण टाटा पावर एसईडी द्वारा बैंगलोर में डीएसआईटी इजराइल से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण द्वारा किया जायेगा। नौसेना ने केंद्र सरकार के “मेक इन इंडिया” कार्यक्रम के तहत स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए खरीदो और निर्माण (भारतीय)श्रेणी के तहत हथियारों और सेंसर को शामिल करने का कार्यक्रम बनाया है। सचल गोताखोर खोजबीन सोनार के नौसेना में शामिल होने से समुद्री अभियान के दौरान निगरानी क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी। इन सोनार की खरीद से नौसेना को युद्धपोतो को खतरों से बचाने में भी सफलता मिलेगी।