मल्लिकार्जुन खड़गे ने सिफारिश की थी कि NHRC के पैनल में एक दलित, आदिवासी या अल्पसंख्यक समुदाय से NHRC का सदस्य बनाया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
ऐसे में मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसको लेकर थोड़ी असहमति जाहिर की है। मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना था कि इन्हीं समुदायों से सबसे अधिक मानवाधिकार के उल्लंघन के मामले सामने आते हैं, इसलिए NHRC के पास उसी के लिए प्रतिनिधित्व होना चाहिए।