नेपाल ने भारत के CEC राजीव कुमार को दिया न्योता, चुनावों का करेंगे मुआयना
नेपाल में चुनाव होने जा रहा है जिसकी तैयारी पहले ही शुरू हो चुकी है. अब नेपाल की ओर से भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को न्योता दिया गया है. दरअसल नेपाल चुनाव आयोग ने राजीव को चुनावों में बतौर इंटरनेशनल ऑबजर्वर बुलाया है. राजीव एक डेलिगेशन के साथ नेपाल जाएंगें और वहां पर स्टेट गेस्ट के रूप में चुनावों की निगरानी करेंगे. वह 18 से 22 नवंबर तक नेपाल में केंद्र और स्थानीय चुनाव के दौरान वहीं रहेंगे. यहां पर चुनाव में 275 पार्लियामेंट मेंबर और 550 स्थानीय विधानसभाओं के लिए उम्मीदवारों का चुनाव होना है.
भारत के चीफ इलेक्शन कमिश्नर पोलिंग स्टेशंस का दौरा करेंगे. वह मुख्यतः राजधानी काठमांडु और अन्य आस-पास के क्षेत्रों का मुआयना करेंगे. चुनाव आयोग का भी इसी तरह का एक अंतरराष्ट्रीय चुनाव का कार्यक्रम है. जहां अन्य मतदान निकायों के सदस्यों को समय-समय पर होने वाले भारत के आम और विधानसभा-लोकसभा चुनावों का अनुभव करने के लिए आमंत्रित किया जाता है.
चुनाव आयोग की ओर से जारी एक स्टेटमेंट में कहा गया है कि, ‘भारत का चुनाव आयोग साथी चुनाव प्रबंधन निकायों (EMBs) और संबंधित अंतरराष्ट्रीय संगठनों/संघों के साथ द्विपक्षीय और साथ ही बहुपक्षीय बातचीत के माध्यम से दुनिया भर में लोकतंत्र के कारण को बढ़ावा देने में हमेशा सबसे आगे रहा है. हमेशा संपर्कों को बढ़ावा देने, सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया है. लोकतांत्रिक संस्थानों और प्रक्रियाओं को मजबूत करने की दृष्टि से ज्ञान का आदान-प्रदान और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना.
ECI के इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (IIIDEM) ने अब तक क्षमता निर्माण पहल के हिस्से के रूप में नेपाल सहित 109 देशों के 2,200 से अधिक अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है. ईसीआई के अनुसार, नेपाल के चुनाव आयोग के 25 अधिकारियों के लिए एक क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी 13 से 24 मार्च 2023 तक IIIDEM में आयोजित होने वाला है.
स्टेटमेंट में आगे कहा गया है कि, ‘नेपाल के चुनाव आयोग के प्रतिनिधियों ने लोकतंत्र के लिए शिखर सम्मेलन के अनुवर्ती के रूप में ‘ईएमबी की भूमिका, रूपरेखा और क्षमता’ पर सम्मेलन पर ईसीआई द्वारा हाल ही में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया. ईसीआई विषय पर दो और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों की मेजबानी करेगा. ‘लोकतंत्र के लिए शिखर सम्मेलन – कार्रवाई का वर्ष’ के तहत कोहोर्ट गतिविधियों के हिस्से के रूप में ‘समावेशी और सुलभ चुनाव’ के साथ-साथ ‘चुनावों में प्रौद्योगिकी.’