राहुल गांधी भाषण के बाद पीएम नरेंद्र मोदी से मिले गले
संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस जारी रही। अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री शब्द का मतलब होना चाहिए। 15 लाख रुपये के वादे का क्या हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बार-बार आरोप लगाने के कारण सदन में हंगामा हुआ। संसद में मोदी सरकार के लिए आज पहली अग्नि परीक्षा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस परीक्षा में अच्छे नंबरों के साथ पास होंगे, इस पर किसी को संदेह नहीं है। पार्टी का दावा है कि नंबर उसके पास है और विपक्ष के दावों में कोई दम नहीं है। विपक्ष का इस परीक्षा में फेल होना तय है।
अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री शब्द का मतलब होना चाहिए। 15 लाख रुपये के वादे का क्या हुआ। अभी तक सिर्फ 4 लाख लोगों को रोगजार मिला। भाजपा का खोखलापन दिखाई दे रहा है। जहां भी जाते हैं रोजगार की बात करते हैं। कभी कहते हैं पकौड़े बनाओ। कभी कहते हैं दुकान खोलो। 8 बजे रात को काले धन के खिलाफ प्रधानमंत्री जी ने ऐक्शन लिया। शायद समझ नहीं थी कि किसान और मजदूर अपना काम कैश में करते हैं। जीएसटी भाजपा लेकर आई। हम चाहते थे कि एक जीएसटी हो, लेकिन भाजपा पांच अलग-अलग जीएसटी लेकर आई। हम पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी में शामिल करना चाहते थे।
जो किसानों के दिल में है, जो गरीबों के दिल में है, वो प्रधानमंत्री तक नहीं पहुंचता। मोदी जी की बात सिर्फ सूट-बूट बाले बिजनसमैन से होती है। राहुल गांधी ने कहा कि राफेल हवाई जहाज का दाम 520 करोड़ रुपये प्रति हवाई जहाज था। प्रधानमंत्री जी फ्रांस गए, जादू से यह दाम 1600 करोड़ रुपये प्रति हवाई जहाज हो गया। फ्रांस के राष्ट्रपति ने मुझे बताया कि दोनों देश के बीच राफेल को लेकर कोई सीक्रेट डील नहीं है। राफेल डील को लेकर रक्षा मंत्री ने देश से झूठ बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मुझसे आंखें नहीं मिला पाते। उन्होंने कहा था कि मैं देश का चौकीदार हूं। प्रधानमंत्री जी ने चीन के राष्ट्रपति के साथ गुजरात में झूला झूला था। उसी बीच चीन के सैनिक भारत की सीमा में आ गए। प्रधानमंत्री जी ने हमारे सैनिकों को धोखा दिया। प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ होगा लेकिन किसानों का नहीं।
पूरी दुनिया में पेट्रोल के दाम गिर रहे हैं, लेकिन हिंदुस्तान में ऊपर जा रहे है। हिंदुस्तान इतिहास में पहली बार अपनी महिलाओं की रक्षा नहीं कर पा रहा है। महिलाओं पर अत्याचार और सामूहिक दुष्कर्म हो रहे हैं। दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमला हो रहा है। ये बाबा साहब अंबेडकर के संविधान पर हमला है। लेकिन प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा है। पीएम मोदी दिल की बात देश को बताएं।
प्रधानमंत्री और भाजपा के अध्यक्ष दोनों अलग तरह के पॉलिटिशियन हैं। राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस से मुझे कोई गिला नहीं है। मैं उनका शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे कांग्रेस का मतलब सिखाया, हिंदुस्तानी होने का मतलब बताया। मुझे धर्म सिखाया, भगवान शिव के बारे में बताया। इसके बाद राहुल, पीएम के गले मिले और मोदी ने उनकी पीठ थपथपाई।