Mumbai : सिनेड्रीम्स इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में मौजूद रहे दिग्गज़ कलाकार

पूनम ढिल्लो, बोमन ईरानी, यशपाल शर्मा, मेघा रे, आयोजक अय्यूब खान की उपस्थिति
धर्मरावबाबा अत्राम – दिलों का राजा, मेघा रे की फ़िल्म मास्टरपीस और यशपाल शर्मा की फिल्म दादा लख्मी सहित ढेरों फिल्मों को मिली सराहना  
मुंबई (अनिल बेदाग) : फाउंडर और आयोजक अय्यूब खान द्वारा मुम्बई के पीवीआर थिएटर में पहले सिनेड्रीम्स इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया, जिसमें कई भाषाओं की ढेर सारी शार्ट फिल्मो की स्क्रीनिंग हुई।
इस अवसर पर पूनम ढिल्लो, बोमन ईरानी, यशपाल शर्मा, मेघा रे, रवि गोसाईं, अनूप सोनी , एकता जैन , राजेश तेलंग , फाउंडर व आयोजक अय्यूब खान, सय्यद अहमद सहित कई गणमान्य हस्तियां मौजूद रहीं।
यहां प्रदर्शित की गई फिल्मो में धर्मरावबाबा  अत्राम (दिलों का राजा), मास्टरपीस, द इमाम, दादा लख्मी, नानीरा,  अवतारी, प्रमोशन, राजकपूर लोनी ट्यून्स, बाज़, अंतर्नाद, ब्लैक कॉफी, एंड इज़ बेगिनिंग, डिप्रेशन, लास्ट सीन, ब्रेक द साइलेन्स, बीतेलगुज़ उल्लेखनीय है।
टीवी की मशहूर ऎक्ट्रेस मेघा रे स्टारर शार्ट फ़िल्म मास्टरपीस की यहां काफी चर्चा हुई मेघा की यह डेब्यू शार्ट फ़िल्म है, जिसमे उनके साथ समक्ष सहित कई कलाकारों ने अभिनय किया है।
निमिषा तिवारी इसकी को-प्रोड्यूसर भी यहां मौजूद थीं मेघा रे ने कहा कि फ़िल्म मास्टरपीस ओटीटी के लिए बनाई गई थी लेकिन आज बिग स्क्रीन पर देखकर खुशी हुई, यह मेरे लिए प्राउड मोमेंट है यह एक पैशनेट फोटोग्राफर की कहानी है।
यशपाल शर्मा के निर्देशन में बनी हरियाणवी फीचर फिल्म दादा लख्मी को भी यहां काफी सराहा गया इस फ़िल्म को देखने के लिए पूनम ढिल्लो, रवि गोसाईं सहित कई सेलेब्रिटीज़ मौजूद रहे और सभी ने यशपाल शर्मा के कुशल निर्देशन के लिए उनकी प्रशंसा की।
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री धर्मरावबाबा अत्राम के जीवन की कहानी पर बनी फिल्म “धर्मरा बाबा अत्राम – दिलों का राजा” को भी ऑडिएंस ने खूब सराहा यहां मौजूद फ़िल्म के निर्देशक भूषण अरुण चौधरी ने इसकी निर्मात्री नीतू जोशी का आभार जताया और सिने ड्रीम्स इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल को बेहतरीन पहल बताया।
महिला निर्देशक सबा द्वारा बनाई गई फ़िल्म “द इमाम” को बोमन ईरानी सहित सभी दर्शकों ने सराहा। यह 6 साल की एक लड़की की स्टोरी है बोमन ईरानी ने कहा कि मेरे साथ बहुत से लोग यह फ़िल्म देखकर रो रहे थे। यह दिल को छू लेने वाली स्टोरी है सिनेड्रीम्स इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल एक अच्छा प्लेटफार्म है जहां शॉर्ट फिल्मों के माध्यम से फ़िल्म मेकर्स एक्टर्स अपनी बात कहते हैं।
फ़िल्म जगत में पिछले 4 दशकों से निर्माता निर्देशक लेखक और डिस्ट्रीब्यूटर के रूप में काम कर रहे अय्यूब खान इस फ़िल्म फेस्टिवल के संस्थापक और ऑर्गनाइजर हैं, उनके साथ सय्यद अहमद भी जुड़े हुए हैं।

गोपाल चंद्र अग्रवाल संपादक आल राइट्स मैगज़ीन

मुंबई से अनिल बेदाग की रिपोर्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: