Mumbai : अनुराग कश्यप की अपमानजनक टिप्पणी पर भड़की गीतकार अनामिका गौड़

कश्यप के दोगलेपन पर गीतकार का गाना हुआ वायरल
मुंबई (अनिल बेदाग) : फेमस एक्टर और व्लॉगर आशीष विद्यार्थी के लिए तानाशाही गाना लिखने वाली अनामिका गौड़ ने अब डायेक्टर अनुराग कश्यप की ब्राह्मणों के खिलाफ की गई टिप्पणी पर गाना रिलीज़ किया है। गौरतलब है कि अनुराग कश्यप ने बुधवार को इंस्टाग्राम पर एक यूजर को जवाब देते हुए ब्राह्मणों को लेकर बेहद शर्मनाक बात लिखी। उन्होंने लिखा था कि मैं ब्राह्मणों पे मूतूंगा। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर जमकर बवाल मचा और लोगों ने उनकी आलोचना की. उनके इस गाने को ​काफी पसंद किया जा रहा है।
अनामिका गौड़ ने अपने गाने में अनुराग कश्यप के दोगलेपन पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि ये ही अनुराग कश्यप दो-दो शादियां करने के बाद ज्ञान दे रहा है। इसकी ​फिल्मों में गालियों की भरमार होती है, परिवार के साथ बैठकर तो इनकी फिल्में देखी भी नहीं जा सकती। उन्होंने कहा कि अनुराग कश्यप का ये बयान गैर-जिम्मेदाराना है। गौरतलब है कि अनुराग कश्यप को वैसे भी हमेशा कंट्रोवर्सी में रहने की आदत है।
वो ऐसे-वैसे बयान देते रहते हैं, कभी मोदी कि खिलाफ तो कभी सेंसर बोर्ड के खिलाफ। कश्यप के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में शिकायत भी दर्ज कराई गई है। यह मामला दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में उज्ज्वल गौड़ नामक व्यक्ति ने दर्ज कराया है। गौड़ ने अपनी शिकायत में कहा कि अनुराग कश्यप की टिप्पणी न केवल घिनौनी और अशोभनीय है, बल्कि समाज में नफरत फैलाने, सार्वजनिक शांति भंग करने और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने वाली है।
हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद शुक्रवार को अनुराग कश्यप ने इस टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “यह मेरी माफी है, मेरे पोस्ट के लिए नहीं, बल्कि उस एक पंक्ति के लिए जिसे संदर्भ से काटकर पेश किया गया और जिसके चलते घृणा फैल रही है। कोई भी बात या बयान इस लायक नहीं कि आपके परिवार, दोस्तों, बेटियों को बलात्कार और जान से मारने की धमकी मिले।”
कश्यप ने अपनी पोस्ट में आगे कहा, “जो कहा गया है, वो वापस नहीं लिया जा सकता और मैं उसे वापस नहीं लूंगा। आप मुझे गाली दीजिए, लेकिन मेरी फैमिली ने कुछ नहीं कहा इसलिए अगर आपको माफी चाहिए, तो ये रही मेरी माफी। ब्राह्मणों से बस इतना कहूंगा कि महिलाओं को बख्शिए, इतना तो शास्त्रों में भी सिखाया गया है, सिर्फ मनु स्मृति में नहीं।” फुले फिल्म से शुरू हुआ ये विवाद कहां तक जाएगा, ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।

गोपाल चंद्र अग्रवाल संपादक आल राइट्स मैगज़ीन

मुंबई से अनिल बेदाग की रिपोर्ट

 

 

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