मुख्यमंत्री ने बटेश्वर स्थान गंगा पम्प नहर परियोजना का उद्घाटन किया
पटना:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहलगांव में बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने स्काडा सिस्टम के जरिए कंप्यूटर के माउस को क्लिक कर मोटर पंप को चालू किया। उद्घाटन के पश्चात एन0टी0पी0सी0 कहलगांव के आम्रपाली मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबों को इस कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए सबसे पहले धन्यवाद देता हूं। बहुत खुशी की बात है कि आज इस बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना का विधिवत उद्घाटन कर दिया गया है। इसका उद्घाटन सितंबर महीने में होना था लेकिन कुछ घटना घटने के कारण यह संभव नहीं हो सका। कमियों को दुरुस्त करके यहां के लोगों के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का उद्घाटन हो गया है, इससे कहलगांव, पीरपैंती एवं सन्हौला प्रखंड के लोगों के साथ-साथ झारखंड को भी लाभ होगा। झारखंड में भी कैनाल बन रहा है और वह फिर घूमते हुए बिहार में भी प्रवेश करेगा और दूसरे हिस्सों को इसका लाभ मिलेगा।
बिहार के जिस हिस्सों में वह कैनाल फिर प्रवेष करेगा, सिंचाई विभाग उस पर काम कर रहा है, इससे पूरी योजना का लाभ लोगों को मिलेगा। मैंने सारी चीजों को गौर से देखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संसाधन विभाग बहुत सारी परियोनाओं का काम पूरा कर रहा है। इस विभाग पर सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण दोनों की जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने जल संसाधन विभाग के इस दोनों कार्यों के ससमय निष्पादन हेतु विभाग में दो उप विभाग का गठन किया, जिम्मेदारी अलग-अलग कर देने से काम तेजी से हो रहा है। भूमि अधिग्रहण और तकनीकी कारण जैसी कुछ समस्याएं इस विभाग के पास है, यांत्रिक अभियंता की कमी है क्योंकि मशीनों का रखरखाव वही लोग करते हैं, इन सब चीजों में भी सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि जितनी योजनाओं का शिलान्यास कराया गया है, वह सब पूरा होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि में सुधार के लिए 2008 से 2012 के लिए पहला कृषि रोड मैप आया। 2012 से 2017 के लिए दूसरा कृषि रोड मैप और 2017 से 2022 के लिए तीसरा कृषि रोड मैप लाया गया। इससे कृषि क्षेत्र में उत्पादन और उत्पादकता दोनों बढ़ी और किसानों की आमदनी में भी इजाफा हुआ। तीसरे कृषि रोड मैप में हमारा लक्ष्य है कि किसानों की आमदनी और बढ़े और हर हिंदुस्तानी के थाल में एक बिहारी व्यंजन अवश्य हो। बिहार में 76 प्रतिशत लोगों के आजीविका का साधन कृषि है। किसान से हमारा अभिप्राय सिर्फ खेत के मालिक से नहीं है बल्कि खेत में काम करने वाले व्यक्ति से है और हम चाहते हैं कि उनकी आमदनी बढ़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा विश्वास काम करने में है, आप सबों ने सेवा का अवसर दिया है, हम सेवा करते रहेंगे। हम तर्क में नहीं उलझते हैं, बोलने से काम नहीं होता है, आप कीजिएगा तो काम बोलेगा, लोग बोलेंगे। उन्होंने कहा कि बिजली के क्षेत्र में सुधार आया है, हर गांव तक बिजली पहुंच गई है। जो बचे हुए टोले हैं, वहां अप्रैल माह तक बिजली पहुंचा दी जाएगी। दिसंबर माह के अंत तक हर इच्छुक व्यक्ति को बिजली का कनेक्शन उपलब्ध हो जाएगा।
मैंने वर्ष 2012 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अन्य बातों के अलावा इस बात का भी जिक्र किया था कि बिजली में सुधार आएगा और अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम वोट मांगने नहीं आएंगे। हमने इस क्षेत्र में काफी सुधार लाया है। हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ दिया गया है, जो टोले बचे रह गए हैं, उनको भी पक्की सड़क से जोड़ दिया जाएगा। गांव में पक्की गली-नाली का निर्माण किया जा रहा है। हम बोलने में विश्वास नहीं करते हैं बल्कि जमीन पर जाकर दौरा करते हैं ताकि पता चल सके कि काम हो रहा है या नहीं। इसमें क्या कठिनाई आ रही है, इन सब चीजों को देखते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में प्रशासनिक सुधार किया गया है। वर्ष 2011 में लोक सेवा का अधिकार कानून लाया गया ताकि आम जनता को इसका लाभ मिल सके। अभी तक 17 करोड़ से ज्यादा लोगों को लोक सेवा का अधिकार कानून के तहत लाभ मिल चुका है। लोक शिकायत निवारण अधिनियम के द्वारा जो जनता कि शिकायते हैं, उसका निपटारा सीमित अवधि में होना है। मैंने डी0एम0 और एस0पी0 को लोक शिकायत निवारण केंद्र पर जाकर नियमित सर्वेक्षण करने को कहा है। आप लोक शिकायत निवारण केंद्र पर जाएंगे, वहां एक रसीद मिलेगा और उस पर निवारण की तिथि अंकित रहेगी, जिस विभाग से संबंधित समस्या रहती है, उस विभाग के अधिकारी को बुलाया जाता है और सीमित अवधि में समाधान किया जाता है। लोगों को यह कानूनी अधिकार प्राप्त हो गया है। अब तक दो करोड़ से ज्यादा लोगों के मामले का निपटारा किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसे आप सब लोग प्रचारित कीजिए और लोगों को बताइए। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज सुधार के लिए अनेक काम किए गए हैं। शराबबंदी से आज प्रेम और शांति का वातावरण है। झगड़ा और कोलाहल खत्म हुआ है। उन्होंने कहा कि पहले जो शराब पीकर घर में झगड़ा करते थे, वे लोग अब शाम में सब्जी लेकर घर लौटते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ धंधेबाज लोग शराब के अवैध धंधे में लगे हुए हैं, उन पर हमारी कड़ी नजर है। अपराध अनुसंधान विभाग के अंतर्गत एक पुलिस का ढांचा तैयार किया जा रहा है।
आई0जी0 या ए0डी0जी0 रैंक के पदाधिकारी इसका नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही एक नंबर सभी बिजली के ट्रांसफार्मर वाले खंभे पर लिखा रहेगा, जिस पर आप अपने मोबाइल से गड़बड़ी करने वाले धंधेबाजों के बारे में उस नंबर पर सूचित कर सकते हैं। आपका नाम गुप्त रखा जाएगा और तुरंत कार्रवाई की सूचना आपको दी जाएगी। आप सब जागरूक रहिए, खासकर आप सब बहनों को सजग और सचेत रहना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान चलाया गया है। 21 जनवरी को 14 हजार किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनाकर लोगों ने अपना संकल्प व्यक्त किया लेकिन इन कुरीतियों को जड़ से मिटाने के लिए अभियान चलाते रहना होगा। आप सबको बाल विवाह रोकना होगा, दहेज वाली शादी में आप नहीं जाने का संकल्प व्यक्त करेंगे तो यह बहुत जल्दी समाप्त हो जाएगा। बिहार में दम है, इसी बिहार की धरती पर सौ साल पहले गांधीजी किसानों पर होने वाले नीलहो के अत्याचार को समझने आए थे लेकिन उन्होंने चंपारण अग्रेरियन कानून बनवाकर किसानों को नीलहों से आजादी दिलाई और इसके 30 साल के बाद गांधी जी के नेतृत्व में देश को आजादी मिली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार ज्ञान की भूमि है, बुद्ध को ज्ञान यहीं प्राप्त हुआ था। महावीर का जन्म, ज्ञान एवं निर्वाण की यही भूमि है। अर्थशास्त्र देने वाले चाणक्य की भूमि है, शून्य देने वाले आर्यभट्ट की भूमि है, नालंदा महाविहार और विक्रमशिला महाविहार यहीं था। उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय का पुनर्गठन किया जा रहा है। साथ ही विक्रमशिला विश्वविद्यालय भी केंद्रीय विश्वविद्यालय बनेगा लेकिन इसके लिए जमीन की आवश्यकता है, इसमें आप सबों का सहयोग चाहिए, हम लोग धन उपलब्ध कराएंगे। हमलोगों का सहयोग मिलता रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबों को अपने इतिहास को समझना होगा, यह धरती अद्भुत है हम न्याय के साथ विकास के पथ पर बढ़ते रहेंगे लेकिन विकास का वह अपेक्षित परिणाम तब तक सामने नहीं आएगा, जब तक समाज में सुधार न हो जाए। उन्होंने कहा कि यह नहर परियोजना की शुरुआत हुई है, मुझे भरोसा है कि यह अपने परिकल्पना के अनुरूप काम करेगा।
आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव श्री अरुण कुमार सिंह ने पुष्प-गुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, जल संसाधन मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री सदानंद सिंह ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद मोहतरमा कहकशां परवीन, विधान पार्षद एन0के0 यादव, प्रधान सचिव जल संसाधन अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख रामपुकार रंजन, जल संसाधन विभाग के सलाहकार इंदू भूषण, भागलपुर के आयुक्त राजेश कुमार, भागलपुर के पुलिस महानिरिक्षक सुशील खोपड़े, पुलिस उपमहानिरीक्षक विकास वैभव, भागलपुर के जिलाधिकारी आदेश तितरमारे, भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, वरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।