YES BANK में पैसे फंसे तो फूट फूट कर रो पड़ी माँ,

यस बैंक से धन निकासी की सीमा तय करने के बाद खाताधारकों में दहशत का माहौल है। हरियाणा के फरीदाबाद के बसेलवा कॉलोनी से आए प्रेमचन्द को बीमार बेटे के इलाज के लिए पैसे की जरूरत पड़ी, लेकिन उसे पैसा नहीं मिल सका।
उनका कहना है कि उसे खाते से डेढ़ लाख लेने थे, लेकिन मात्र 50 हजार रूपए मिल पा रहे हैं। सिंगापुर में रह रहे एनआरआई के चिंतित पिता आरसी गुप्ता सुबह होते ही बैंक पहुंचे। उनका कहना है उनका बैंक में करोड़ों रुपया है, ऐसे में उन्हें पैसों के सुरक्षित रहने की चिंता सता रही है। घबराए ग्राहकों गुस्से में हैं, बैंक में हंगामा होने लगा है। इसको लेकर पुलिस बुलानी पड़ी। बाद में पुलिस की देखरेख ने ग्रहकों की लाइन लगवाई गई। इसके बाद ही उन्हें उनके खातों से 50 हजार रुपये ही निकाले गए। इसके अलाव देश के अलग-अलग हिस्सों से ब्रांचों में हंगामे की भी खबरें आ रही हैं।

उत्तर प्रदेश के कानपुर की चार ब्रांचों में खाताधारकों की भीड़ लग गई है। जमा काउंटर पर सन्नाटा है और धन निकासी करने वालों की कतार लगी हुई है। कानपुर में किदवई नगर, गोविंदनगर, सिविल लाइंस और जाजमऊ की शाखाओं में सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ पहुंच गई। शुरुआत के एक घंटे कोई काम नहीं हुआ। हंगामे जैसी स्थिति बनीं तो कर्मचारी बैंक शाखा के बाहर आ गए। 11 बजे के बाद निकासी शुरू हुई।

यहां चेक लेकर लोग कतार में लग गए। दबाव बढ़ा तो बैंक कर्मचारियों ने बदतमीजी भी शुरू कर दी। इसको लेकर कई ब्रांचों में हंगामा भी होता रहा।  हालांकि बैंक से हर खाताधारक को 50 हजार दे दिए जा रहे थे। इससे थोड़ा राहत बनी। बैंक मैनेजर लोगों को भरोसा देते रहे कि अभी 50 हजार ले लें, बाद में आरबीआई पैसे वापस करेगा। इससे थोड़ा राहत वाली बात रही।

बैंक के एटीएम, नेट बैंकिंग रात से ही बंद

यस बैंक से धन निकासी की समय सीमा तय होने की जानकारी होते ही गुरुवार रात ही बैंक की एटीएम से पैसा निकालने वालों की कतार लग गई। रात 12 बजे तक पैसा निकालने वालों की कतार लगी रही। आधी रात के बाद बैंक ने अपना सर्वर ब्लॉक कर दिया तो न पैसे जमा हो रहे थे और न ही निकल रहे थे। बैंक ने एनईएफटी सेवा भी बंद कर दी। इससे कोई पैसा किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर भी नहीं कर सकता है।

लखनऊ में भी ग्राहकों की बढ़ी परेशानी

लखनऊ में शुक्रवार सुबह से ही यस बैंक की पांच शाखाओं में खाताधारकों का उमड़ना शुरू हो गया। हजरतगंज स्थित बैंक की मुख्‍य शाखा में आए ग्राहकों ने अपने-अपने पैसे मांगने शुरू कर दिया है। जबकि बैंक ने कुछ खाताधारकों को ही 50 हजार रुपये दिए। कुछ को 20 हजार रुपये से संतोष करना पड़ा। शहर में बैंक के एक दर्जन से अधिक एटीएम में कैश नहीं है, नतीजतन, ग्राहक बैंक की शाखाओं में पहुंच रहे हैं। खाताधारकों से बैंक प्रबंधक एनएससी लेने का दबाव बना रहे हैं। बैंक प्रबंधकों ने कैश कम होने के कारण आरबीआई से नगदी भेजने की मांग की है। सभी शाखाओं पर हंगामे की आशंका को देखते हुए पुलिस बल तैनात है।

गाजियाबाद-मेरठ में भी उमड़ी भीड़

गाजियाबाद में यस बैंक की आदित्य मॉल इंदिरापुरम शाखा के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई। ग्राहक भी नगद निकासी और शाखा में पूछताछ के लिए ज्यादा आ रहे हैं। वहीं वाराणसी में यस बैंक के सिगरा ब्रांच में खाताधारकों की भीड़ जुट रही है। आधे घंटे में 3 दर्जन से ज्यादा खाता धारकों ने पैसे निकाल लिए हैं, लेकिन फिलहाल निकासी पर रोक लग गई है। बैंक के अधिकारी ग्राहकों को तकनीकी समस्या बता रहे हैं। यस बैंक का बनारस में केवल एक ही ब्रांच है। एटीएम दो हैं पर दोनों रात से ब्लॉक हैं।

मेरठ के गढ़ रोड शाखा में ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी है। लोगा अपने अकाउंट से पैसा निकालने के लिए बैंक खुलते ही लाइन में लग गए। ATM बंद हैं। वहीं यस बैंक के गढ़ रोड स्थित शाखा में कवरेज करने गए मीडिया कर्मियों से बैंक कर्मियों ने अभद्रता की। वहीं दिल्ली के द्वारका सेक्टर 12 में स्थित ब्रांच में भारी भीड़ लगी है।

3 अप्रैल, 2020 तक लागू रहेगी निकासी की यह सीमा

निकासी की यह सीमा 3 अप्रैल, 2020 तक लागू रहेगी। इस घोषणा के बाद शुक्रवार को यस बैंक का शेयर भारी गिरावट पर खुला। पिछले कारोबारी दिन 36.80 के स्तर पर बंद होने के बाद आज यस बैंक का शेयर 33.15 के स्तर पर खुला। इसके बाद 9:30 बजे यह 7.35 अंक यानी 19.97 फीसदी की गिरावट के बाद 29.45 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।  इसके साथ ही सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों को पूंजी के संकट से जूझ रहे यस बैंक को खरीदने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए मंजूरी दे दी है।

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