मोदी सरकार ने EPFO पर चलाई कैंची, 0.10 फीसदी घटाई ब्याज दर
मोदी सरकार नोटबंदी, GST, के बाद अब एक और कठोर कदम उठाने वाली है। सरकार EPFO पर ब्याज दर घटाने की तैयारी कर रही है। इसे नौकरीपेशा कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार की तरफ से दिए गए एक और झटके के रूप में देखा जा रहा है।
ब्याज दरों में 0.10 फीसदी की कटौती
गौरतलब है कि बजट में इन्कम टैक्स में छूट के नाम पर औपचारिकता निभाने वाली सरकार ने अब PF पर ब्याज दर 8.65 फीसदी से घटा कर 8.55 फीसदी कर दी है। PF के एक हिस्से को इक्विटी मार्केट से जोड़ने के बाद से ही इसमें लगातार कटौती की जा रही है।
फिलहाल EPFO की ओर से PF दरों के ऐलान से पांच करोड़ कर्मचारियों को फायदा होता है। सरकार ने इस साल जब PPF समेत सभी छोटी सेविंग्स स्कीम में ब्याज दरें घटाई थीं, तभी से यह भी कहा जा रहा था कि वह PF की ब्याज दरें घटाई जा सकती हैं।
कैसे काम करता है EPFO
EPFO अकाउंट में एम्प्लॉयी और एम्प्लॉयर दोनों ही योगदान करते हैं. कर्मचारी अपनी सैलरी (बेसिक सैलरी और डीए) की 12 फीसदी रकम का योगदान हर महीने करता है और इतनी ही रकम हर महीने एम्प्लॉयर की ओर से जमा की जाती है। मासिक वेतन का कुल 24 परसेंट इस ईपीएफ में हर महीने जमा होता है। पीएफ में नॉमिनेशन फैसिलिटी भी दी जाती है। अगर किसी की मौत हो जाए तो पीएफ का पैसा नॉमिनी को मिल जाता है।
इस खबर का सबसे ज्यादा असर देश के नौकरीपेशा लोगों पर पड़ने वाला है ।