मीरगंज सहकारिता विभाग ने किया लाखों का घोटाला, भाकियू ने SDM को दिया ज्ञापन

बरेली की तहसील मीरगंज में भारतीय किसान यूनियन के कई पदाधिकारियों ने मीरगंज उपजिलाधिकारी राजेश चंद्र को एक ज्ञापन देते हुए बताया

विगत दिनों फतेगंज पश्चिमी के ब्लाक के क्षेत्र में स्तिथ सहकारिता विभाग में लाखों रुपयों का घोटाला वहा तैनात कर्मचारियों ने किया है इसके अलावा रिबोर ग्राम पंचायतों के सचिवों और सहकारिता विभाग के अलावा पूरे जिले में जांच की जांच इमानदारी से की जय तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा और भ्रष्टाचार की लिफ्ट में फतेहगंज पश्चिमी सहित पूरे जिले के सहकारिता विभाग के कर्मचारी बच नहीं पाएंगे पिछले दिनों भ्रष्टाचार खिलाफ मीरगंज तहसील इकाई भारतीय किसान यूनियन विकास खंड फतेहगंज पश्चिमी में भ्रटाचार के खिलाफ विशाल धरना देकर सोए हुए अधिकारियो को जगाते हुए मनरेगा आयुक्त के आश्वासन पर समाप्त किया था दूसरी बार मुख्य विकाश अधिकारी के आश्वासन पर धरना को समाप्त कर भ्रष्ट दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद जागी थी मीरगंज के इकाई समेत अब प्रदेश सचिव भारतीय किसान यूनियन बा जिला अध्यक्ष बरेली ने भविष्य में कोई कार्यवाही ना होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी बात कही गई थी जिसमें कुछ बिंदुओं पर जांच की जा चुकी है बा कुछ बिंदुओं की जांच नहीं की गई है जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों पर संबंधित विभागों ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है बल्कि विभागीय अधिकारी विभागीय कर्मचारियों को बचाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते नजर आ रहे हैं इस के संबंध में भारतीय किसान यूनियन की पूरी टीम अब सचिव उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ बरेली आगमन जहां कहीं किसी भी गांव में जाएंगे भारतीय किसान यूनियन वहा जाकर अपना विरोध प्रदर्शन करेगी संपूर्ण जांच की अखियां सौफेगी तथा जरूरत पड़ने पर भारतीय धरना प्रदर्शन भी करेगी तथा कार्रवाई की मांग करेगी उप जिलाधिकारी मीरगंज को ज्ञापन देने वालों में राकेश कुमार ठाकुर अरविंद सिंह सोमवंशी तहसील महासचिव मीरगंज चौधरी सुधीर बालियान रोशन लाल रामसहाय सहित दर्जनभर से अधिक भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में उप जिलाधिकारी राजेश चंद्र मीरगंज को ज्ञापन सौंपा इधर प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश के आने की आहट से सभी विभाग के अधिकारी पहले से ही चौकन्ना थे ऐसे में मीरगंज उप जिला अधिकारी राजेश चंद्र ने भारतीय किसान यूनियन के ज्ञापन पर गंभीरता दिखाते हुए कई अधिकारियों के फोन पर बोल टाइट कर शीघ्र ही लंबित जांच को पूर्ण करके आख्या को तहसील में जमा कराके नहीं देने की बात कही भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया तब कहीं जाकर भारतीय किसान यूनियन के सभी पदाधिकारी उप जिलाधिकारी के आश्वासन पर अपने अपने घरों को लौटे

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