नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने पवन टरबाइन योजन आईडब्ल्यूटीसीएस के मसौदे को जारी किया
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान, चेन्नई के परामर्श से भारतीय पवन ट्ररबाइन प्रमाणीकरण योजना (आईडब्ल्यूटीसीएस) नाम की नई योजना का प्रारूप तैयार कर लिया है। इसमें टरबाइन प्रमाणीकरण योजना के विभिन्न दिशा-निर्देशों को शामिल किया गया है।
आईडब्ल्यूटीसीएस प्रासंगिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों (आईएस/आईईसी/आईईईई), केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) द्वारा जारी तकनीकी विनियमों तथा आवश्यकताओं, एमएनआरई द्वारा जारी दिशा-निर्देशों तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय दिशा-निर्देशों का संकलन है। प्रारूप में पवन ऊर्जा परियोजनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अन्य देशों के विशिष्ट श्रेष्ठ व्यवहारों को शामिल करने का प्रयास किया गया है। प्रारूप योजना में अवधारणा से लेकर पवन टरबाइन के जीवन से जुडे सभी हितधारकों के लाभ के लिए दिशा-निर्देश हैं। इनमें भारतीय किस्म का स्वीकृत मॉडल (आईटीएएम), भारतीय प्रकार की प्रमाणीकरण योजना (आईटीसीएस), पवन कृषि परियोजना प्रमाणीकरण योजना (डब्ल्यूएफपीसीएस) तथा पवन टरबाइन सुरक्षा और कार्य प्रदर्शन प्रमाणिकरण योजना (डब्ल्यूटीएसपीसीएस) शामिल हैं। आईडब्ल्यूटीसीएस योजना निम्नलिखित हितधारकों – (i) मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) (ii). एंड यूजर-यूटिलिटी, एसएनए, डेवलपर्स, आईपीपी, मालिक, प्राधिकारी, निवेशक तथा बीमाकर्ता (iii). प्रमाणीकरण संस्थान और जांच प्रयोगशालाओं – की सहायता के लिए बनाई गई है पवन ऊर्जा पिछले कई दशकों से भारत में नवीकरणीय विद्युत उत्पादन का मुख्य स्रोत हो गई है। पवन ऊर्जा क्षेत्र के विकास में विभिन्न कार्य और सुरक्षा मानकों के साथ तरह-तरह के पवन टरबाइन देखने को मिले हैं। नीवन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने विभिन्न नीतियों और योजनाओं के माध्यम से पवन ऊर्जा क्षेत्र के विकास में सहायता दी है। मंत्रालय द्वारा भारत में प्रमाणीकरण योजनाओं की मान्यता के लिए जारी दिशा-निर्देश भारत में स्थापित गुणवत्ता संपन्न पवन टरबाइन की सफलता के लिए आवश्यक था। मान्यता प्राप्त योजनाओं की सफलता से पवन टरबाइन को मॉडलों तथा निर्माताओं की संशोधित सूची (आरएलएमएम) में सूचीबद्धता स्थान मिला है। एक विस्तृत दस्तावेज की जरूरत है, जिसमें हितधारकों यानी ओईएम, स्वतंत्र बिजली उत्पादकों (आईपीपी), पवन कृषि डेपलपरों, वित्तीय संस्थानों आदि द्वारा सुरक्षित और विश्वसनीय संचालन के लिए पवन टरबाइन द्वारा संकलित संपूर्ण तकनीकी आवश्यकताओं का प्रावधान हो।
मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट https://mnre.gov.in पर प्रारूप योजना अपलोड की है और हितधारकों तथा जन साधारण से 5 दिसंबर, 2018 तक टिप्पणियां आमंत्रित की हैं, ताकि नई योजना को अंतिम रूप दिया जा सके। योजना का वेबलिंक इस प्रकार है –