केन्‍द्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्‍वयन तथा योजना राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) ने सांख्यिकी दिवस 2019 का उद्घाटन किया

सांख्यिकी दिवस की विषय वस्‍तु  : सतत विकास लक्ष्‍य

सांसद स्‍थानीय क्षेत्र विकास योजना तथा सतत विकास लक्ष्‍य का नया वेब पोर्टल जारी किया गया

सतत विकास लक्ष्‍य पर बेसलाइन रिपोर्ट जारी की गई

केन्द्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन तथा योजना राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने आज (29 जून, 2019) नई दिल्‍ली में सांख्यिकी दिवस 2019  का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद तथा भारतीय सांख्यिकी संस्‍थान के अध्‍यक्ष डॉ. बिबेक देबरॉय तथा सांख्यिकी मंत्रालय के सचिव सह-मुख्‍य सांख्यिकीविद् श्री प्रवीण श्रीवास्‍तव सहित केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों के कई वरिष्‍ठ अधिकारी और अन्‍य हितधारक भी उपस्थित थे।

सांख्यिकी दिवस के अवसर पर आईआईटी कानपुर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शुभ्रशंकर धर को सांख्यिकी  के क्षेत्र में उनके उल्‍लेखनीय योगदान के लिए प्रोफेसर सी.आर. राव पुरस्‍कार 2019 से सम्‍मानित किया गया। सांख्यिकी से जुड़े विषयों पर स्‍नाकोत्‍तर छात्रों के लिए आयोजित की गई तत्‍क्षण निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को भी इस अवसर पर सम्‍मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान सतत विकास लक्ष्‍यों पर आधारित एक लघु वृत्‍तचित्र भी प्रदर्शित किया गया, जिसमें समग्र विकास के लिए सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण से जुड़ी गतिविधियों को समन्वित करने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाया गया।

इस अवसर पर सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना तथा सतत विकास लक्ष्‍य का नया वेब पोर्टल जारी किया गया। इसके साथ ही परियोजना प्रबंधन संस्‍थान द्वारा परियोजना प्रबंधन के तौर-तरीकों को बेहतर बनाने तथा सतत विकास लक्ष्‍य की बेसलाइन रिपोर्ट भी जारी की गई।

श्री सिंह ने अपने संबोधन में नीतियों और निर्णयों के लिए समग्र आंकड़ों के महत्‍व और आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय पूरे पारदर्शी तरीके से आधिकारिक सांख्यिकी डेटा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्‍होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्‍यों की प्राप्ति की दिशा में हुई प्रगति की निगरानी के लिए एक सशक्‍त डेटाबेस का का होना जरूरी है। सांख्यिकीविदों और शोधकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय सांख्यिकी प्रणाली में सुधार के योगदान की सराहना करते हुए, केन्‍द्रीय मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय केंद्र सरकार,राज्य सरकारों और उनके संस्थानों में काम करने वाले सांख्यिकीविदों के उत्कृष्ट योगदान और सराहनीय कार्यों  को पहचान दिलाने और सम्मानित करने के लिए प्रोफेसर पी.सी. महालानोबिस राष्ट्रीय पुरस्कार की शुरूआत करेगा।

सरकार, रोजमर्रा की जिंदगी में सांख्यिकी के इस्तेमाल को लोकप्रिय बनाने और नीतियों को तैयार करने में सांख्यिकी के महत्‍व के प्रति जनता को जागरूक करने के लिए हर साल सांख्यिकी दिवस मनाती है।

यह दिवस राष्ट्रीय सांख्यिकी प्रणाली की स्थापना में प्रोफेसर पी सी महालानोबिस के अमूल्‍य योगदान के सम्‍मान में उनकी जंयती पर प्रतिवर्ष 29 जून को मनाया जाता है। सतत विकास लक्ष्‍यों की प्राप्ति की भारत की प्रतिबद्धता को ध्‍यान में रखते हुए इस वर्ष  सांख्यिकी दिवस का मुख्‍य विषय सतत विकास लक्ष्य रखा गया है ।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के फील्‍ड कार्यालयों, राज्य सरकारों और विश्वविद्यालयों/विभागों ने भी सांख्यिकी दिवस 2019 के उपलक्ष्‍य में सेमिनार, सम्मेलन, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम, व्याख्यान और निबंध प्रतियोगिताओं आदि का भी  आयोजन किया।

 

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