Mathura News : राजीव इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने साहसिक खेलों में लिया हिस्सा, नन्हें-मुन्ने बच्चों ने दिखाए शानदार करतब
राजीव इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने साहसिक खेलों में लिया हिस्सा, नन्हें-मुन्ने बच्चों ने दिखाए शानदार करतब
मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल में राक स्पोर्ट्स संस्था द्वारा डे एडवेंचर कैम्प का आयोजन किया गया। डे एडवेंचर कैम्प में नन्हें-मुन्ने छात्र-छात्राओं ने न केवल उत्साहपूर्वक भाग लिया बल्कि एक से बढ़कर एक साहसिक करतब दिखाए। इस कैम्प के आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को हर परिस्थिति से बच निकलने के तरीके बताना था।
राक स्पोर्ट्स संस्था द्वारा आयोजित डे एडवेंचर कैम्प में विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को लेजर बीम, मैजिकल माजे जिप लाइन, बाडी जार्व, हेमेस्टर ह्वील, जारविंग, कमांडो नेट, स्पोर्ट क्लाइंबिंग, टग आफ वार, कमांडो क्रवल, माइन फील्ड, बर्मा ब्रिज, हाप स्काच आदि की विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में सभी छात्र-छात्राओं को संस्था द्वारा प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए गए।
आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डा. रामकिशोर अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से बच्चों का शारीरिक तथा मानसिक विकास होता है, जो उन्हें प्रत्येक परिस्थिति से निकलने का मार्ग प्रशस्त करता है। डा. अग्रवाल ने कहा कि साहसिक गतिविधियों का जीवन में बहुत महत्व है। साहसिक गतिविधियों में दक्षता हासिल करने वाले छात्र-छात्राएं बिना हिम्मत हारे जीवन में कभी भी किसी भी परिस्थिति का डटकर सामना कर सकते हैं।
चेयरमैन मनोज अग्रवाल नन्हें-मुन्ने बच्चों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ समय-समय पर रोमांचकारी गतिविधियों से रूबरू कराते रहना चाहिए ताकि वे निकट भविष्य में स्वयं को सुरक्षित रख सकें। श्री अग्रवाल ने कहा कि जीवन में एडवेंचर स्पोर्ट्स का काफी महत्व है। साहसिक खेलों से छात्र-छात्राओं में साहस पैदा होता है और वे हर परिस्थिति का सामना करने में सक्षम हो जाते हैं।
स्कूल के प्रधानाचार्य शैलेन्द्र सिंह ग्रेवाल ने बच्चों की अद्भुत क्षमता की मुक्तकंठ से सराहना की। श्री ग्रेवाल ने कहा कि छात्र जीवन में शिक्षा के साथ-साथ साहसिक गतिविधियों को समझना भी आवश्यक है। इस तरह की गतिविधियों में हिस्सा लेने से बच्चों में आत्मरक्षा की भावना का विकास होता है जोकि जीवन पर्यंत उनके काम आता है।
मथुरा से आकाश चतुर्वेदी की रिपोर्ट