94 हजार के नकली नोटों के साथ शख्स गिरफ्तार, भारत में खपाने की थी प्लानिंग

पटना : नोटबंदी के बाद बाजार में आए नए नोटों को लेकर यह उम्मीद जताई जा रही थी नकली नोटों के कारोबार पर लगाम लग जाएगा. लेकिन बिहार के पूर्वी चंपारण जिले से जो खबर आ रही है वो सरकार के दावे को झुठला रही है. बिहार के पूर्वी चंपारण के रक्सौल दिल्ली-काठमांडू को जोड़नेवाली मुख्य पथ से एसएसबी के जवानों ने गुरुवार को 94 हजार भारतीय जाली नोट के साथ युवक को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार युवक 28 लालबाबू केशरवानी यूपी के इलाहाबाद का रहने वाला है। जिसके पास से दो-दो हजार के 47 पीस जाली नोट बरामद हुआ है। जो पर्सा जिला वीरगंज के वीरता टोला से ले कर आ रहा था। इसकी जानकारी एसएसबी के कमांडेंट प्रियाबरत शर्मा ने दी। बताया कि गुप्ता सूचना मिली थी कि मुख्य पथ के रास्ते जाली नोट की खेप जानेवाली है। इसको लेकर सीमा पर तैनात जवानों को सादे लिबास में तैनात किया गया था।

एसएसबी के आइजी आईएएस संजय कुमार के विशेष दिशा-निर्देश पर एक टीम गठित किया गया था। उक्त टीम राष्ट्र विरोधीं तत्वों पर पैनी नजर रख रही थी। इधर सूचना मिलते ही जवानों ने समन्वय स्थापित कर जांच शुरू किया। इस दौरान उक्त कारोबारी को नेपाल से रक्सौल सीमा में प्रवेश करते गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार युवक की पहचान ईलाहाबाद निवासी गोकुल प्रसाद केशरवानी के पुत्र रामबाबू केशरवानी के रूप में हुई है। गिरफ्तार युवक ने बताया कि वह पहले भी ऐसा करने की कोशिश कर चुका है, पर सफल नही हुआ था, जबकि दूसरे बार में ही पकड़ा गया। युवक नेपाल के बीरगंज, बीरता मुहल्ले से उक्त करेंसी की डिलीवरी लेकर ईलाहाबाद में डिलीवरी करने वाला था। युवक के पास से एक ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद किया गया है, जो कि मुम्बई का बना है।

युवक के अनुसार वह बचपन से मुम्बई में रहता और वहाँ कपड़े के मिल में काम करता था। बता दें पहले भी इस सीमा से जाली रुपया बरामद हो चुका है। अब इस ताजा गिरफ्तारी से यह सवाल उठ रहा है कि आखिर ये रुपये आयें कहाँ से, कहाँ इनकी छपाई हुई और कौन गिरोह इसमें शामिल है।

फिलहाल गिरफ्तार युवक से पूछताछ की जा रही है, पूछताछ के बाद कई खुलासे हो सकते हैं। मौके पर डिप्टी कमांडेंट आरके कच्छप, अस्सिटेंड कमांडेंट राजकुमार कुमावत आदि मौजूद थे।

 

राजेश कुमार के साथ सोनू मिश्रा की रिपोर्ट ,पटना (बिहार)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: