महेंद्र सिंह धोनी ने आलोचकों को बड़े ही सधे हुए अंदाज में दिया जवाब
महेंद्र सिंह धोनी ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि हर व्यक्ति के जीवन का अपना-अपना नजरिया होता है।न्यूजीलैंड के हुए टी-20 सीरीज के दौरान अपनी फॉर्म और फिनिशिंग की काबिलियत को लेकर लगातार हो रही आलोचना के बीच टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। धोनी ने अपने आलोचकों को बड़े ही सधे हुए अंदाज में जवाब दिया है। धोनी ने कहा है कि ‘सबका देखने का अपना नजरिया है और सबको अपनी बात कहने का हक है।’ न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 में टीम इंडिया के हार के बाद अजित अगरकर ने धोनी के टी-20 भविष्य पर सवाल उठाये थे जिसके बाद क्रिकेट जगत में हलचल मच गई थी। यहां तक कि पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण भी अगरकर की ही तरह राय रखते हैं। हालांकि, दो बार के विश्व विजेता टीम के कप्तान इससे ज़रा सा भी परेशान नहीं दिखे। पूर्व तेज गेंदबाज अजित आगरकर ने इस प्रारूप से उनकी विदाई की बात कहते हुए टीम प्रबंधन से उनका विकल्प तलाशने को कहा था।वीवीएस लक्ष्मण भी आगरकर से सहमत थे। इसके बाद से ही क्रिकेट जगत दो खेमों में बंट गया था। कुछ ने माही को संन्यास लेने की सलाह दे डाली तो कुछ उनके समर्थन में आ गए थे। धोनी ने कहा- सबसे बड़ी प्रेरणा भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा होना है। आपने ऐसे क्रिकेटर भी देखे हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत से मुकाम हासिल किया है, लेकिन फिर भी वे बहुत आगे तक पहुंचे हैं। ऐसा उनके जुनून की वजह से हुआ है। कोच को उन्हें ढूंढने की जरूरत है। हर कोई देश के लिए नहीं खेलता। धोनी यहां अपनी वैश्विक क्रिकेट अकादमी लॉन्च करने पहुंचे थे।सौरव गांगुली ने आलोचना का शिकार विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टी-20 मैचों के प्रति अलग रवैया अपनाने की सलाह दी है। गांगुली ने कहा- वन-डे के मुकाबले उसका टी-20 रिकॉर्ड उतना अच्छा नहीं है। उम्मीद करते हैं कि कोहली और टीम प्रबंधन उनसे अलग से बात करेगा।