वन रक्षक ही बना माफिया, लकड़ी की अवैध तस्करी करने वाला निकला वनपाल
@रात के अंधेरे में ट्रैक्टर से वन विभाग के वनपाल करते है अवैध लकड़ी की तस्करी
@ग्रामीणों की मदद से पकड़ी गयी थी ट्रैक्टर पर लदी अवैध लकड़ी
@वनकर्मियों के द्वारा रातों-रात बदल दी गई थी ट्रैक्टर पर लदी लकड़ी
जमुई,चकाई :- चकाई प्रखंड के दुलमपुर वन क्षेत्र के करही गांव के समीप रविवार की देर रात्रि ग्रामीणों की सूचना पर चकाई रेंजर के द्वारा शीशम की अवैध लकड़ी लदा ट्रैक्टर जब्त किया गया।जब ट्रैक्टर की गहन जाँच की गई तो ट्रैक्टर किसी और का नहीं बल्कि वन विभाग के वनपाल सत्यदेव मंडल का निकला।जबकि मौके से चालक ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गया।
इस सम्बंध में ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग का कटा हुआ शीशम की लकड़ी चकाई के दुलमपुर से ट्रैक्टर संख्या BR 08 G 0743 पर अवैध रूप से बेचने के लिए प्रखंड के बाराडीहा गांव के नरेश शर्मा के आरा मिल ले जाया जा रहा था।दिलचस्प बात यह है कि इस पूरे कारोबार में वन विभाग के वनपाल की संलिप्तता थी।
आगे ग्रामीणों ने बताया कि रात के अंधेरे में ग्रामीणों ने लकड़ी से लदे ट्रैक्टर को पकड़कर वन कार्यालय दुलमपुर ले गए साथ ही ग्रामीणों का आक्रोश देखते हुए रेंजर राजेश कुमार ने जांच पड़ताल किया तो अवाक रह गये।कारण यह था कि इस अवैध लकड़ी तस्करी में खुद उस बीट का वनपाल सत्यदेव मंडल भी शामिल है।जो रात के अंधेरे में ट्रैक्टर के द्वारा लकड़ी का अवैध कारोबार करवाया करता था।
इतना ही नहीं वन कर्मियों ने तो धोखेबाजी और कायरता की हद को भी पार कर दिया।जब ग्रामीणों ने शीशम की लकड़ी को पकड़ कर दुलमपुर वन के हवाले किया और सोमवार की सुबह जब उक्त जब्त लकड़ी को चकाई लाया गया तो जब्त लकड़ी ही बदल गई थी।शीशम के लकड़ी की जगह अकासिया की लकड़ी को रख दिया गया था।
लेकिन ग्रामीण इस बात को पहले से जानते थे इसलिए ग्रामीणों ने रात में ही फोटो और वीडियो शीशम की लकड़ी लदी ट्रैक्टर का ले लिया था।हालांकि इतना सब कुछ होने के बाद भी कुछ वन कर्मी अनजान बने हुए हैं।इस सम्बंध में जब चकाई रेंजर राजेश कुमार से इस सम्बंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों द्वारा वनपाल सत्यदेव मण्डल पर लकड़ी चोरी कर बेचने का आरोप लगाया गया है।जाँच की जा रही है।जल्द ही दोषी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।