मातृ पितृ पूजन दिवस तीर्थंकर महावीर विद्या मंदिर के छात्र छात्राओं ने उत्साहपूर्वक मनाया
जमुई।।सिकंदरा:-सिकंदरा प्रखंड स्थित तीर्थकर विद्या मंदिर लछुआड़ के छात्र-छात्राओं के द्वारा मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया गया।सबसे पहले पुजारी के द्वारा महाशिवरात्रि के मौके पर शिव पार्वती का पूजन भी किया गया। और शिव पार्वती के सुमिरन वंदना शिवभजन किया गया।यह मातृ-पितृ पूजन दिवस की ओर से भारतीय संस्कृति और बच्चों का संस्कार कायम रखने के लिए किया गया। माता पिता के आने के पूर्व छात्र-छात्राएं पूजा की थाली लेकर खड़े थे ।
माता पिता के आगमन के बाद बच्चों ने माता पिता के चरण धोए और माता पिता का तीन बार परिक्रमा भी किया गया आरती की गई। और मिठाई खिलाई इस दौरान गाना बज रहा था। हे माता पिता तुझे वंदन बड़े भाग्य से तुम्हें पाया।बच्चों को माता-पिता की पूजा करते समय माता पिता भाव विभोर हो गए। सबो के आंख में आंसू छलक उठे। मौके पर तीर्थंकर महावीर विद्या मंदिर के प्राचार्य जितेंद्र सिंह ने सभी अभिभावक का हार्दिक अभिनंदन किए और बताएं कि बच्चों के पहले गुरु माता पिता होते हैं। इसे लोग भूलते जा रहे हैं बुजुर्ग माता-पिता की देखरेख नहीं करते खासकर अभी के समय में माता-पिता अपने अपने काम में तल्लीन रहते हैं और बच्चे मोबाइल में लीन रहते हैं। आज के शिवरात्रि के दिन सुबह से ही बहू और बेटे अशोक धाम, बैजनाथ धाम, बासुकीनाथ, पूजा के लिए निकले हैं लेकिन घर में बूढ़े माता-पिता की सुधि नहीं लेते लोग। अपने माता पिता का सम्मान करना सीखें आप से ही आपका बच्चा सीखेगा हरेक पुत्र-पुत्रियों को यह समझना है। कि इस जीवन को देने वाला माता-पिता की पूजा पहले करें उनकी देखभाल पहले करें। किसी ने रोजा रखा, किसी ने उपवास रखा, प्रार्थना दुआ कबूल उसी की होती है जिसने मां बाप को साथ रखा। विद्यालय एक तपोवन है जहां अध्ययन अध्यापन की कठोर तपस्या करनी पड़ती है। बच्चों के प्रतिभा को तराशा और निखार आ जाता है यह गुरु और माता पिता के सहयोग से संभव है।