लखनऊ मोहनलालगंज दर्जनों शिकायतो के बाद भी रेलवे की कोयला और डस्ट की धूल से ग्रामीण परेशान
दर्जनों शिकायतो के बाद भी रेलवे की कोयला और डस्ट की धूल से ग्रामीण परेशान
मोहनलालगंज,लखनऊ।राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज रेलवे स्टेशन के बगल में लाखों की आबादी होने के बावजूद भी रेलवे द्वारा वहां पर कोयला व ड़स्ट उतारी जा रही है जिससे कि वहां के निवासियों का जीना दुश्वार हो गया है रेलवे स्टेशन के ठीक बगल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी है जहां पर रोजाना 700 से 800 ओपीडी होती हैं वह मरीज भी भर्ती रहते हैं डस्ट और कोयला उतरने की वजह से कोयले से निकलता हुआ दुआ सीधे उन मरीजों को हानि पहुंचाता है। कोयला डस्ट उतरने से उसकी उड़ती धूल से कॉलोनी वासियों का जीना मुश्किल हो गया है देश वैसे भी इस समय कोरोना जैसी महा मारी से जूझ रहा है। कई बार स्थानीय लोगों ने रेलवे के ठेकेदारों से इसकी शिकायत की इसके बावजूद भी ठेकेदार मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं मांगों को दरकिनार कर बस्ती के बीचो बीच में डस्ट वा कोयला लगातार उतारा जा रहा है। स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर से भी की।
रेलवे स्टेशन पर माल गाड़ी के ठहराव व डंपिंग यार्ड बने होने के कारण बाहरी राज्यो से कोयला व डस्ट की उतारन यही पर होती है जिससे कि माल उतरते समय धूल व कालिख का बहुत बड़ा गुबार उड़ते हुए देखने को मिल जाता है जो कि आस पास की लगभग पांच हजार की आबादी को प्रभावित कर रहा है इन लोगो के घरों से अब अस्थमा , खांसी व ब्रोंकाइटिस के मरीज निकलने लगे है । वहीं इसकी शिकायत मोहनलालगंज सीएचसी अधीक्षका ज्योति कामले ने भी रेलवे को पत्र लिखकर की है।क्योकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों का रेलवे स्टेशन पर कोयला व डस्ट उतरते समय उड़ती धूल से दम घुटने लगता है।
राघवेन्द्र सिंह आल राईट न्यूज़ लखनऊ