जनपद लखनऊ के ठाकुरगंज निवासी नरेंद्र मिश्रा ने खाद्य एवं रसद विभाग के अफसरों पर एक करोड़ 25 लाख रुपये के गबन का आरोप लगाते हुए विधानसभा के सामने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया।
पीड़ित युवक नरेंद्र का कहना है कि उसकी पत्नी के नाम पर लखनऊ में राशन आपूर्ति का टेंडर है। सरकार की ओर से गरीबों को जो राशन वितरित किया जा रहा है। उसका पूरा टेंडर मेरी पत्नी के नाम पर है।उसने आरोप लगाया कि उसी फर्म का फर्जी अकाउंट खोलकर रुपये निकाले जा रहे हैं। उसने बताया कि अधिकारियों ज कहने पर पुलिस ने फर्जी मामले में मुकदमा दर्ज कर मेरी पिटाई की और मुझे जेल भेज दिया। खाद्य एवं रसद विभाग के अफसरों की मिलीभगत से यस बैंक से पैसे निकाले जा रहे थे। उसने बताया कि आरएफसी नरेंद्र मिश्रा डिप्टी आरओ आदित्य सिंह व एक अन्य अधिकारी ने मिलकर पैसा निकाला है। सभी सबूत मेरे पास हैं। न्याय न मिला तो जान देना ही मेरे पास आखिरी विकल्प है।