लखनऊ : सरकारी सुविधाओं से महरूम केसरपुर कला ग्राम पंचायत का हीरपुर गाँव
सरकारी सुविधाओं से महरूम केसरपुर कला ग्राम पंचायत का हीरपुर गाँव
रोजगार सेवक पर ग्रामीणों ने लगाया उगाही का आरोप
पूरनपुर।विकास खंड पूरनपुर की ग्राम पंचायत केसरपुर कलाँ विकास कार्यो के नाम पर दर्द बयां करता नजर आ रहा है। गाँव मे कोई भी विकास कार्य नही कराया गया।योगी सरकार एक तरफ गांवों का कायाकल्प करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। वहीं दूसरी तरफ जिम्मेदार सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। इसकी बानगी विकास खंड पूरनपुर की ग्राम पंचायत केसरपुर के राजस्व गाँव हीरपुर गांव में देखने को मिली है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव की मनमानी के कारण यह गांव विकास की बाट जोह रहा है। यहां पांच साल से विकास की कोई किरण नहीं खिली है। गांव के विकास के लिए ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की, लेकिन नतीजा शून्य रहा। ग्रामीणों ने अब एक बार फिर उत्तर प्रदेश सरकार से गांव के विकास की गुहार लगाई है।पीलीभीत जनपद के विकासखंड पूरनपुर की ग्राम पंचायत केसरपुर कला के हीरपुर गांव में प्रधान के पांच साल से कार्यकाल में कोई भी विकास कार्य नजर नहीं आ रहा है। गांव में न तो नाली है न ही रास्तों में खड़ंजा दिखाई दे रहा है। यदि कहीं पर है भी तो वहां पर कीचड़ का साम्राज्य व्याप्त है। ग्रामीणों कहा आरोप है कि इस पंचवर्षीय योजना में अभी तक हीरपुर गांव में किसी को भी शौचालय व आवास का लाभ नहीं दिया गया। तथा कुछ लोगो नाम मात्र के लिए गिने चुने लोगों को मात्र शौचालय का लाभ दिया गया है। जबकि सरकार गाँवो को ओडीएफ बनाने के वादे कर रही है। व देश को शौच मुक्त बनाना चाहती है। इसके बाबजूद भी आखिर क्या कारण है जो इन ग्रामीणों को लाभ से वंचित रखा जा रहा है। जबकि गांव की ज्यादातर आबादी गरीब एवं निम्न तबके की है।ग्रामीणों का कहना कि पांच साल से गांव में कोई अधिकारी झांकने तक नहीं आया। नाली, खंडजे का निर्माण न होने के कारण घरों का पानी सड़कों पर भर रहा है जो बीमारियों को खुलेआम दावत दे रहा है। गांव की किसी भी गली में खंडजा नहीं है।ग्रामीणों ने बताया कि गांव में विकास कार्य नहीं होने की मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। जिसका कर्मचारियों ने फर्जी तरीके से निस्तारण कर दिया। इतना ही नहीं झूठी आख्या लगाकर सरकार को गुमराह करके मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
राघवेन्द्र सिंह आल राईट न्यूज़ लखनऊ