संगीनों के साए में जिंदगी, सवालों में सुशासन, पुलिस लाचार, खत्म होती बहार जानें पुरी खबर –

पटना : गोलियों की धांय धायं में आवाम का यकीन कितना धुआं हो जाता है, फिजाओं में जब बारूद की महक बिखरती है तो पुलिस के दावे कितने दुर्गंध देने लगते हैं, यह बिहार से पूछिए, सरकार से पूछिए और पूछ सकें तो उस परिवार से पूछिए जिसने सुशासन में अपनों की जिंदगी खोई है। सुशासन की बोली पर अपराधियों की गोली भारी पड़ रही है, बिहार के बेदर्द अपराधी पुलिस के लिए सरदर्द साबित हो रहे हैं, मौतों के साथ अब वो यकीन भी दम तोड़ने लगा है जिसकी नींव पर सरकारें सलामत रहती हैं। न तो भरोसा सरकार के ‘सरकार’ पर है

और न हीं सुकून बिहार के इस बहार में है। आंकड़े का अंकगणित समझे तो डर लगने लगता है कि न जाने जान कब नौ दो ग्यारह हो जाए। बिहार में आम भी मारे जा रहे हैं, और खास भी मारे जा रहे हैं। हत्याओं के इस दौर में जिंदगी पनाह मांग रही है। बिहार के वैशाली में पिछले सप्ताह पटना के दवा कारोबारी गुंजन खेमका की हत्या का मामला अभी सलटा भी नहीं था कि उसी जिले में अब राजधानी के एक और ट्रांसपोर्टर की अपराधियों ने हत्या कर दी। अपराधियों ने मंगलवार की देर रात ट्रांसपोर्टर दीनानाथ राय की गोली मारकर हत्या कर दी। अपराधियों के मनबढ़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शव को सदर थाना क्षेत्र के सर्किट हाउस के निकट फेंक दिया। घटनास्थल से पुलिस ने उनकी बाइक और हेलमेट बरामद की है।

पुलिस सूत्रों की मानें तो ट्रांसपोर्टर दीनानाथ राय को दो गोली मारी गई है। बताया जाता है कि वह डेली पटना से गोरौल जाते थे। उनका कार्यालय गोरौल थाना क्षेत्र के सोंधो रत्ती गांव में है। रामजी राय के बेटे 35 वर्षीय दीनानाथ का पटना भी कार्यालय है। पटना में यह कार्यालय जीरो माइल के पास रामजी ट्रांसपोर्ट के नाम से है। परिजनों के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए शहर की नाकेबंदी कर दी है।

जानकारी के अनुसार दीनानाथ बाइक से रात 11 बजे स्थानीय लोगों ने उन्हें सड़क पर पड़ा देखा। उन्हें स्थानीय लोगों ने नजदीकी अस्पताल ले गया। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस को आशंका है कि उनकी हत्या कहीं और करके अपराधियों ने शव को सर्किट हाउस के निकट फेंक दिया है।

गौरतलब है कि 20 दिसंबर को हाजीपुर के इंडस्ट्रीयल एरिया में पटना के फेमस दवा व्यवसायी गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस अब तक इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझा नहीं पाई है। बता दें कि गुंजन खेमका भी प्रत्येकदिन पटना से हाजीपुर अपनी फैक्ट्री जाते थे और घटना के दिन वे फैक्ट्री के गेट पर पहुंचे ही थे कि वारदात को अंजाम दे दिया गया।

बिहार के अपराध का देखें ग्राफ-

20 दिसम्बर को पटना के मशहूर उद्योगपति गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका को हाजीपुर में अपराधियों ने एके 47 से भून दिया। 21 दिसम्बर को मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र के भदई गांव में अपराधियों ने ठेकेदार लड्डू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। 21 दिसम्बर को हीं गया में आमस निवासी सीएसपी पीएनबी संचालक पिंटू सिंह की शुक्रवार की आधी रात अपहरण कर हत्या कर दी गयी। 22 दिसम्बर को बेगूसराय के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पसपुरा गांव में प्राॅपटी डीलर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। 22 दिसम्बर को हीं दरभंगा के सदर थाना क्षेत्र में शाही कंस्ट्रक्शन के मालिक को अपराधियों ने गोली मार दी। 23 दिसम्बर को पटना के मसौढ़ी में एक अंडा व्यवसायी की हत्या अपराधियों ने गोली मारकर कर दी। 23 दिसम्बर को सुपौल के पीपरा पम्प कर्मी की गला मरोड़ कर अपराधियों ने हत्या कर दी। इस हत्या का सुराग खोजने में अब तक पुलिस नाकाम रही है। 23 दिसम्बर को सुपौल में भपटियाही थाना क्षेत्र में पीपरा खुर्द के 30 वर्षीय अनिल विश्वास को अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना एनएच-57 के पास हुई। 24 दिसम्बर को कैमूर के मोहनिया थाना क्षेत्र के पसपीपरा नगर के समीप चैक पर अपराधियों ने 3 लोगों को गोलियों से भून दिया। इस घटना में इलाज के दौरान 1 व्यक्ति की मौत हो गयी। यह हालिया आंकड़े हैं जो बिहार में अपराध की भयावहता बयां कर रहे हैं हांलाकि तस्वीर इससे ज्यादा भयावह है क्योंकि आंकड़ों में जिन तारीखों का जिक्र है हत्याओं का दौर उससे पहले से जारी है।

सोनू मिश्रा,पटना (बिहार)

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