Bihar बढ़ती महंगाई के खिलाफ शहर से गांव तक वामदल करेंगे आंदोलन- बेतहाशा महंगाई के लिए Modi-Govt-Respon
भाकपा-माले प्रखण्ड सचिव सह जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि कोराना महामारी से तबाह लोगों पर महंगाई की मार के लिए सीधे मोदी सरकार जिम्मवार है.
अप्रैल से अबतक दो-ढ़ाई महीने में पेट्रोल-डीजल की कीमत में ही नहीं बल्कि सभी आवश्यक वस्तुओं और यहां तक की जीवन रक्षक दवा की कीमत पर भी भारी वृद्धि हुई है. कॉरपोरेट घरानों को लूट की छूट दे दी गई है. आमलोगों का जीना दूभर हो गया है. बढ़ती महंगाई के खिलाफ वामदलों ने 16 से 30 जून तक देशव्यापी आंदोलन करने की घोषणा की है. ताजपुर- समस्तीपुर में भी शहर से गांव तक धरना- प्रदर्शन किया जायेगा. उन्होंने आगे कहा कि कोराना महामारी और महंगाई से त्रस्त लोग अब भारी वर्षा से भी परेशान हैं. गरीबों और मजदूरों के सामने रोजगार का भारी संकट है. किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. व्यवसायी भी संकट से जूझ रहें हैं लेकिन पटना-दिल्ली की सरकार क्षतिपूर्ति मुआवजा देने के प्रति भी गंभीर नहीं है. यहां तक कि कोराना महामारी के दौरान मौत के शिकार हुए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने के मामले में भी कोताही बरती जा रही है. आंदोलन के दौरान सरकार की जानमारू नीतियों व संवेदनहीनता का भी पर्दाफाश किया जायेगा. उन्होंने बुधवार को अपने गृह प्रखंड ताजपुर से घरेलू प्रदर्शन के जरिये विरोध सप्ताह का बढ़ती महंगाई के खिलाफ शहर से गांव तक वामदल करेंगे आंदोलन- माले बेतहाशा महंगाई के लिए मोदी सरकार जिम्मेवार- सुरेन्द्र प्रसाद भाकपा-माले प्रखण्ड सचिव सह जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि कोराना महामारी से तबाह लोगों पर महंगाई की मार के लिए सीधे मोदी सरकार जिम्मवार है. अप्रैल से अबतक दो-ढ़ाई महीने में पेट्रोल-डीजल की कीमत में ही नहीं बल्कि सभी आवश्यक वस्तुओं और यहां तक की जीवन रक्षक दवा की कीमत पर भी भारी वृद्धि हुई है. कॉरपोरेट घरानों को लूट की छूट दे दी गई है. आमलोगों का जीना दूभर हो गया है. बढ़ती महंगाई के खिलाफ वामदलों ने 16 से 30 जून तक देशव्यापी आंदोलन करने की घोषणा की है. ताजपुर- समस्तीपुर में भी शहर से गांव तक धरना- प्रदर्शन किया जायेगा. उन्होंने आगे कहा कि कोराना महामारी और महंगाई से त्रस्त लोग अब भारी वर्षा से भी परेशान हैं. गरीबों और मजदूरों के सामने रोजगार का भारी संकट है. किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. व्यवसायी भी संकट से जूझ रहें हैं लेकिन पटना-दिल्ली की सरकार क्षतिपूर्ति मुआवजा देने के प्रति भी गंभीर नहीं है. यहां तक कि कोराना महामारी के दौरान मौत के शिकार हुए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने के मामले में भी कोताही बरती जा रही है. आंदोलन के दौरान सरकार की जानमारू नीतियों व संवेदनहीनता का भी पर्दाफाश किया जायेगा. उन्होंने बुधवार को अपने गृह प्रखंड ताजपुर से घरेलू प्रदर्शन के जरिये विरोध सप्ताह का शुरूआत करने की जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दिया. मौके पर ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह भी मौजूद थीं.
समस्तीपुर से मोहम्मद सिराज की रिपोर्ट !