बहुचर्चित चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव सहित 16 लोग दोषी
अरबों रुपए के बहुचर्चित चारा घोटाले से जुड़े एक मामले में आज केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) की विशेष अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव सहित 16 लोगों को दोषी करार दिया, जिनको तीन जनवरी को सजा सुनाई जाएगी। वहीं इस मामले में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र सहित छह लोगों को अदालत ने निर्दोष करार देते हुए रिहा कर दिया। इस मामले में दोषी ठहराए गए सभी 16 लोगों को हिरासत में लेकर बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया है। चारा घोटाले के इस मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने आज चारा घोटाले के देवघर कोषागार से जुड़े एक मामले में अदालत में पेश होने से पूर्व कहा कि भाजपा सकारात्मक राजनीति करने वालों के खिलाफ है लेकिन हम उसे नहीं छोड़ेंगे। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि हमें इंसाफ मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह भाजपा को छोड़ेंगे नहीं लेकिन उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि वह उनके साथ न्याय करेगी। चारा घोटाले से जुड़े तमाम मामलों में जांच हुई है लेकिन कहीं से एक रुपया भी नहीं मिला। बता दें कि चारा घोटाला मामला सरकार के खजाने से 900 करोड़ रुपए की फर्जीवाड़ा का है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों और राजनेताओं की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया गया था। इसमें पशुओं के लिए चारा, दवाओं आदि के लिए सरकारी खजाने से पैसा निकाला गया था। सीबीआई का कहना रहा है कि ये सामान्य आर्थिक भ्रष्टाचार का नहीं बल्कि व्यापक षड्यंत्र का मामला है जिसमें राज्य के कर्मचारी, नेता और व्यापारी वर्ग समान रूप से भागीदार थे। मामला सिर्फ राष्ट्रीय जनता दल तक सीमित नहीं रहा। इस सिलसिले में बिहार के एक और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र को गिरफ्तार किया गया। राज्य के कई और मंत्री भी गिरफ़्तार किए गए।