कोच रवि शास्त्री ने नहीं दी कप्तान को पारी इजाज़त
विराट कोहली की जितनी तारीफ की जाए वह कम है. कुछ ही सालों में अपने कारनामों से बड़े-बड़े दिग्गजों को पछाड़ दिया। इस युवा भारतीय कप्तान ने. जब बात टीम की आए, तो वह बड़े से बड़ा त्याग करने को तैयार रहते हैं.
सोमवार को खत्म हुए टेस्ट से भारत की पारी खत्म होने से पहले भी वह एक बड़ा त्याग करना चाहते थे, लेकिन कोच रवि शास्त्री ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया. इस बात का खुलासा खुद रवि शास्त्री ने ही किया.
दरअसल सोमवार को ऐसी पेशकश की, जिसे रवि शास्त्री ने मानने से ही इनकार कर दिया. क्योकि कोई भी खिलाड़ी या कोई भी कप्तान ऐसा नहीं ही करना चाहेगा, लेकिन विराट ने भारत की दूसरी पारी खत्म होने से ठीक एक ओवर पहले. 88वें ओवर की समाप्ति के बाद विराट कोहली 97 रन बनाकर नाबाद थे. ठीक इसी स्कोर पर कोहली ने ड्रैसिंग रूम में शास्त्री की तरफ देखकर सवाल किया, ‘क्या मुझे पारी घोषित कर देनी चाहिए?
लेकिन विराट के इस सवाल को शास्त्री ने साफ साफ इंकार कर दिया और कोहली को कहा कि अभी वह कुछ और ओवर और बल्लेबाजी करें.
दरअसल विराट के इस फैसले के पीछे यही भावना थी कि अब जबकि श्रीलंका के लिए खेलने को ज्यादा ओवर नहीं बचे थे, तो कोहली शतक के लिए ज्यादा समय न गंवाकर टीम हित में शतक से पहले ही पारी घोषित करना चाहते थे.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने रवि शास्त्री और कोहली के बीच हुए इस संवाद का वीडियो भी अपनी बेवसाइट पर डाला है. साथ ही बोर्ड ने प्रशंसकों से दोनों के बीच हुई बातचीत समझने को कहा है.
विराट ने अगले ही ओवर में छक्का लगाकर शतक पूरा करने साथ ही यह सबूत दिया कि वह टीम हित के लिए अपने शतक को पीछे रख बड़ा जोखिम लेने से भी नहीं हिचकिचाएंगे। कोहली ने वक्त के तकाजे को समझते हुए अपना 18वां टेस्ट शतक पूरा करने में देर नहीं लगाई