कैसे स्मगलर बन गई एयर होस्टेस
अगस्त 2017 में अमित मल्होत्रा नाम का एक बिजनसमैन जेट एयरवेज की फ्लाइट में हॉन्ग कॉन्ग से दिल्ली आ रहा था, फ्लाइट में वह देवशी कुलश्रेष्ठ नाम की एयर होस्टेस की हॉस्पिटैलिटी से इम्प्रेस हुआ। यात्रियों को डिनर परोसने के बाद थोड़ी देर के ब्रेक पर अपने केबिन में बैठी थीं, तभी बिजनसमैन वहां पहुंचा, देवशी की तारीफ की और बताया कि वह एक बिजनसमैन है। देवशी उससे प्रभावित हुईं और दोनों ने एक-दूसरे के कॉन्टैक्ट नंबर लिए।
कुछ दिनों बाद देवशी के पास अमित मल्होत्रा का मेसेज पहुंचा और छुट्टी के दिन दोनों की मुलाकात हुई। इस मुलाकात में अमित ने देवशी से एक प्लान की चर्चा की। डीआरआई के अधिकारियों ने बताया, ‘अमित ने देवशी से कहा कि हॉन्ग कॉन्ग में उसके एक बिजनस असोसिएट को कुछ पैसे पहुंचाकर वह जल्दी पैसे कमा सकती है।’ शुरुआत में देवशी नहीं मानीं लेकिन बार-बार कहने पर वह मान गईं। अमित ने कई बार देवशी को डेमो देकर दिखाया कि फॉइल पेपर में पैसे ले जाने से एक्स-रे मशीन नहीं पहचान पाएगी। पहली बार अमित मल्होत्रा ने फॉइल पेपर के जरिए थोड़े से पैसे हॉन्ग कॉन्ग फिजवाए, ताकि कोई खतरा न हो। अमित बैग में सबसे नीचे फॉइल पेपर में डॉलर्स रखवाता और उसके ऊपर देवशी का मेकअप किट। उसके ऊपर कुछ कपड़े रखवा देता। ऐसा करने से फॉइल पेपर चॉकलेट्स की तरह चली जाते, जिसमें डॉलर्स होते थे। हॉन्ग कॉन्ग पहुंचने के बाद देवशी मल्होत्रा को मेसेज करतीं और कोई शख्स पहुंचकर देवशी से डॉलर्स ले जाता। इसी तरह हर महीने देवशी एक-दो बार डॉलर्स हॉन्ग कॉन्ग पहुंचाती थीं। शुरुआत में सफल होने के बाद देवशी हर डॉलर के बाद एक रुपया चार्ज करने लगीं। डीआरआई ने जिस ट्रांजैक्शन के लिए उन्हें अरेस्ट किया, उसके लिए उन्हें 4.8 लाख रुपये मिलने वाले थे।