कावड़ नही निकली तो ताजिये भी नही निकलेंगे
बरेली में आज मोहर्रम के ताजिये निकालने को दौरान जमकर हंगामा हुआ। ताजियेदारो ने नेशनल हाइवे 24 पर ताजिये रखकर जाम लगा दिया।
हजारो ताजियेदार सड़क पर ताजिये रखकर नारेबाजी करने लगे। करीब 6 घण्टे तक हाइवे पर जाम लगा रहा ! हाइवे पर होता हंगामा, और ताजियेदारो को समझाती पुलिस का ये नजारा है कैंट थाना क्षेत्र स्थित नकटिया चौकी के पास नेशनल हाइवे 24 का। जहां कलारी गांव के ताजियों को विवादित गांव खजुरिया से होकर निकालने को लेकर करीब 2 दर्जन गांव के हजारो लोग हाइवे पर ताजिये लाकर जाम लगा दिया। हाइवे पर जाम लगने की सूचना मिलते ही मौके पर डीएम वीरेंद्र सिंह और एसएसपी मुनिराज पहुचे। हालात ज्यादा तनावपूर्ण होने की वजह से जिले भर के थानों की पुलिस, पीएसी और आरएएफ को भी मौके पर बुला लिया गया। करीब 6 घण्टे तक हाइवे पर जाम लगा रहा। काफी मान मनोवल के बाद लोगो ने सड़क से हटने का निर्णय लिया। जाम करीब 6 बजे शाम को लगा जो रात 12 बजे हटा। वही ताजियेदारो का कहना है कि कलारी गांव के ताजिये हमेशा से ही खजुरिया गांव होकर जाते थे लेकिन इस बार उमरिया गांव से कावड़ नही निकलने दी गई जिस वजह से खजुरिया गांव के लोगो ने ताजिये भी नही निकलने दिए। वही इस मामले में डीएम वीरेंद्र सिंह का कहना है कि ताजियेदारो में कुछ गलतफहमियां थी ! उन्हें ये पता चला था कि कुछ जगह ताजियों को आने नही दिया गया है। लेकिन कुछ ताजिये देर से पहुचे जिसके बाद सभी लोग मान गए और वो शांति पूर्वक अपने अपने घर चले गए। डीएम का कहना है कि सुबह से ही अफवाहों का बाजार गर्म था। जिस वजह से हम और एसएसपी लगातार सभी विवादित जगहों पर गए और सभी जगहों पर शांतिपूर्वक जुलूस निकलवाया है। सावन महीने में जब खजुरिया ब्रम्हनान गांव के लोगो को उमरिया गांव के लोगो ने कावड़ नही निकालने दी थी उसी वक्त ग्रामीणों ने ये तय कर लिया था कि वो अब ताजिये भी किसी भी कीमत पर नही निकलने देंगे। कावड़ मामले में बिथरी चैनपुर के विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल कहा था कि कावड़ उमरिया से ही निकलेगी लेकिन जिला प्रसासन ने इसकी अनुमति नही दी थी जिस वजह से कावड़ यात्रा निरस्त कर दी गई थी। सबसे बड़ा सवाल ये की 6 घण्टे तक हाइवे को बंधक बनाए रखने वालों पर कब कानूनी कार्यवाही होगी।