जनता विकास चाहती है बकबास नहीं : डा. तोमर
दो बार बरेली के मेयर रह चुके शहर के प्रख्यात सर्जन डा. आईएस तोमर कहते हैं कि उन्होंने दो बार के कार्यकाल में शहर का चौतरफा और भेदभाव रहित विकास करवाने का प्रयास किया है। उनके कार्यकाल में बनवाई गई सड़कें, चौराहा, डिवाइडर, रोड लाइट, सीवर, पेयजल आदि का काम किसी से छिपा नहीं है। शहामतगंज ओवरब्रिज बनते ही शहर में जाम की दिक्कत खत्म हो जाएगी। आगे और विकास करवाने की प्राथमिकता बताते हुए डा. तोमर कहते हैं कि अबकी बार जनता ने मेयर चुनाव तो सीवर, जलभराव और शहर में जाम की समस्याएं खत्म करने के लिए प्रयास करूंगा। यहां बताते चलें कि तोमर अपने मेयर कार्यकाल में रोजाना सुबह दस से एक बजे तक निगम पहुंचकर जनता की शिकायतें सुनने और निगम के कार्यो की बारीकी से मानीटरिंग के लिए चर्चे में रहे हैं। अपने प्रतिद्बंदी उमेश गौतम के भूमिदान पर डा. तोमर अपनी सभाओं में चुटकी लेते हुए कह रहे हैं कि यह काम भी उन्होंने केवल अपने स्वार्थ के लिए ही किया है।
दोनो पार्टियों के नेताओं ने संभाली चुनाव की कमान
भाजपा नेताओं के लिए जहां हिन्दू मतदाताओं को एकजुट करना चुनौती बना हुआ है वहीं दूसरी तरफ सपा नेता अपने आधार वोट मुस्लिम और यादव के साथ पिछड़ी जातियों को एकजुट करने में जुट गए हैं। इसी बीच तोड़-फोड़ का काम भी तेजी से चल रहा है। सपा के राष्ट्रीय सचिव डा. अनिल शर्मा को भाजपा से जोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है। यहां बताते चलें कि डा. शर्मा ने 11 नवंबर को ही सपा से इस्ताफा दिया है। वहीं डा. तोमर ने रूठे चल रहे पूर्व जिला अध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव समेत तमाम घर बैठे सपा नेताओं को सक्रिय कर लिया है। इसके अलावा सपा के जिला अध्यक्ष शुभलेश यादव, हैदर अली, महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद समेत कई पूर्व विधायक डा. तोमर के पक्ष में सक्रिय हो चुके हैं। हां, अभी तक आईएमए से जुड़े डाक्टर जरूर सक्रिय नहीं हो पाए हैं। मुस्लिम इलाको में असरदार मोअज्जिज लोगों के प्रभाव का इस्तेमाल किया जा रहा है। उधर, भाजपा नेता हर हाल में निगम की सत्ता हथियाने को रात दिन काम कर रहे हैं। संघ के अनुसांगिक संगठनों को भी सक्रिय किया जा रहा है। अब देखते हैं कि पहली दिसंबर को मेयर का ताज किसके सिर पर सजेगा।