जमुई सदर अस्पताल को नहीं मिला कोई सौगात, मंत्री से आस लगाए बैठे रहे कर्मी

जमुई: बुधवार को निरीक्षण करने आए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से लोगों के दिलों में एक आस जगी थी कि अब स्वास्थ्य मंत्री आये हैं तो मूलभूत सुविधाओं से वंचित सदर अस्पताल जमुई को कुछ सौगात मिलेगी।सदर अस्पताल की दूर्दशा में भी कुछ सुधार होगी।साथ ही अस्पताल के कर्मी की भी फर्याद सुनी जाएगी।अस्पताल कर्मियों की भी बल्ले-2 रहेगी।लेकिन ऐसा नहीं हुआ मंत्री साहब आये और फोटो खींचा कर चुचाप चले गए।अस्पताल के कर्मी मंत्री से मिलने के लिए एड़ी-चोटी लगाते रहे लेकिन न ही किसी को मिलने दिया गया और न ही किसी कर्मी की फर्याद सुनी गई।हद तो तब हो गई जब अस्पताल का निरीक्षण कर लौटने के दौरान पत्रकार ने सवाल पूछा तो मंत्री ने जमुई परिसदन भवन में बताने की बात कही।

इतना ही नहीं अस्पताल की समस्या और बिचौलिए को लेकर जब सवाल पूछा गया तो मंत्री ने जवाब देने के बजाय उल्टा पत्रकार को ही बिचौलिए को प्यार से समझाने की नसीहत देते हुए चले गए।एसएनसीयू वार्ड की समस्या और चिकित्सक नहीं रहने पर मंत्री साहब ने कहा कि यहाँ चिकित्सक की कमी है तो मैं क्या कर सकता हूँ।सदर अस्पताल के लगभग आधा घंटा निरीक्षण के दौरान पत्रकार से दूरी बनाए रहे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय।

अस्पताल निरीक्षण के बाद महिसौड़ी स्थित सगुन वाटिका जा कर महिला सम्मेलन में भाग लिए।और खूब महिलाओं को अच्छे दिनों की सपना भी दिखाए।इधर पत्रकारों की भी आस लगी थी कि शायद मंत्री साहब अस्पताल परिसर में लोगों के बीच नहीं बोले हो सकता है कि महिला सम्मेलन के बाद कुछ बोलें लेकिन वहां भी पत्रकार को निराशा ही हाथ लगी।और अब कुछ पूछ-ताछ के लिए बस एक ही रास्ता बचा था जमुई परिसदन भवन जहाँ सभी पत्रकार पहुंच गए और मंत्री जी से मुखातिब होने की आस में बैठे रहे।कुछ देर के बाद मंत्री जी आये और झलक दिखा कर समाहरणालय स्थित डीएम के साथ बैठक में चले गए।


रिपोर्ट,मो.अंजुम आलम,जमुई (बिहार