जमुई जेल के दीवार में लगा सेंध, बड़ी घटना को अंजाम देने की थी साजिश
जमुई मंडल कारा के एक दिवाल में सुरंग होने की बात जब प्रकाश में आई तो अचानक पुलिस प्रशाशन में हलचल सी मच गई।कुछ ही क्षणों में देखते ही देखते एसपी,एसडीओ सहित कई पुलिस प्रशाशन के पदाधिकारी दल-बल के साथ पहुँच गए।और मंडल कारा के चारों ओर जाँच करने लगे।कैदी वार्ड से महज 40 से 50 मीटर की दूरी पर जेल की दीवार में लगी सेंध किसी बड़ी घटना होने की थी आशंका।ऐसी आशंका जताई जा रही है कि पेशी के दौरान जैसे ही कैदी वार्ड से बाहर निकल कर जेल परिसर में आते इस सुरंग के सहारे यहाँ से भाग निकलते।
स्कूल के बच्चों ने दीवार में सुरंग होने की दी जानकारी-
जेल की दीवार में सुरंग होने से जेल में एक बड़ी घटना हो सकती थी जिसे स्कूल के बच्चों ने बचाया।हुआ यूं कि बुधवार की सुबह बच्चे जब स्कूल पहुँचे तो क्लास शुरू होने से पहले बच्चे खेल रहे थे जिस दौरान मध्य विद्यालय से सटे जेल की दीवार में बच्चों ने सुरंग देखा तो इसकी सूचना प्राचार्य को दी
और फिर प्राचार्य ने पुलिस को जेल में सूरंग होने की जानकारी दी।
मालूम हो कि जमुई मंडल कारा में कुख्यात अपराधियों के साथ ही कई हार्डकोर नक्सली भी बंद है।जिससे कुख्यात अपराधी टनटन मिश्रा दो बार जमुई कोर्ट हाजत को ब्रेक कर भागने में सफल रहा था। जबकि एक बार यह बंगाल के वर्द्धमान कोर्ट हाजत को भी ब्रेक कर भाग चुका है।जमुई जेल में बंद कुल 484 कैदियों में आधा
दर्जन हार्डकोर नक्सली एवं कई कुख्यात अपराधी भी बंद हैं जो जेल ब्रेक की योजना बना सकते हैं।इसे तथ्य को झुठलाया नहीं जा सकता।
खेल-खेल में बच्चों ने तोड़ी है जेल की दीवार-जेलर-
इस संबंध में जमुई के जेलर मनोज सिंह ने किसी शरारती तत्वों की साजिश बताई है।और बताया कि ये किसी अपराधी के द्वारा नहीं बल्कि बगल के विद्यालय में खेल रहे बच्चों ने किया है।क्रिकेट खेलने के दौरान बॉल निकालने को लेकर बच्चों ने दीवार तोड़ी है।इसमें कैदियों या अपराधियों की कोई साजिश नहीं है।आगे उन्होंने बताया कि कैदी वार्ड से जेल की दीवार काफी दूर है,जिस तरफ दीवार में सुरंग किया गया है उस जगह पर नाली का पानी का बहाव होता है।कैदी वार्ड और सुरंग दोनो अलग अलग जगह पर है।जिससे एक दूसरे का कोई ताल-मेल नहीं।
सुरक्षा के सवाल पर कहते हैं जेलर-
वहीं जमुई जेल के जेलर मनोज सिंह ने बताया कि जहाँ सुरक्षा की ज़रूरत है वहाँ 24 घंटे सुरक्षा रहती है।ये दीवार सुरक्षा से बाहर है।लेकिन जेलर की बातों से ऐसे कई सवाल खड़े हो रहे हैं जो चौकाने वाली बात है।आखिर बच्चे कैसे तोड़ सकते हैं जेल की दीवार।अगर बच्चों ने ही जेल की दीवार में सुरंग किया तो कहाँ गयी थी जेल की सुरक्षा गार्ड,किसी की नज़र क्यों नहीं पड़ी बच्चों पर।दूसरा सवाल जब जमुई हाजत और कोर्ट से कैदी भाग सकता है तो ईस सुरंग से क्यों नहीं।क्यों नहीं हो सकती है अपराधियों की साजिश।
कहते हैं एसपी-
एसपी जगुन्नाथ रेड्डी ने बताया कि जैसे ही सूचना मिली थी वैसे ही थानाध्यक्ष संजय विश्वास के साथ मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी लेते हुए छानबीन शुरू कर दी।आगे उन्होंने बताया कि जाँच के बाद ही पता चलेगा और दोषी पर कार्रवाई किया जाएगा।अभी कुछ कहना मुमकिन नहीं है।इस मामले में थानाध्यक्ष संजय विश्वास को जाँच का आदेश दिया गया है और जल्द ही जाँच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है।