Jaipur : पीएम मोदी भाषण के दौरान जो चालाकियां करते हैं उसे मैं भी समझता हूं अशोक गहलोत
राजस्थान के सीएम अशोक गेहलोत ने कहा पीएम मोदी भाषण के दौरान जो चालाकियां करते हैं, उसे मैं भी समझता हूं मैं भी तो लंबे समय से राजनीति कर रहा हूं.
जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी अपने भाषण में जो चालाकियां करते हैं, उसे वो पहचानते हैं. मुख्यमंत्री ने रविवार को राजस्थान कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री अपने भाषण की शुरुआत ‘‘मेरे मित्र अशोक गहलोत” से करेंगे और ‘‘मेरी सरकार की ऐसी की तैसी करेंगे”.
गहलोत ने इसे मोदी की ‘चालाकियां’ करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘यह सब चालाकियां मैं भी समझता हूं… मैं भी तो लंबें समय से राजनीति कर रहा हूं.”
जयपुर में 12 अप्रैल को आयोजित रेलवे एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री डिजिटल माध्यम से जुड़े थे और इस दौरान दिए मोदी के भाषण का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा, प्रधानमंत्री अभी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े थे आपने देखा उनको मेरे मित्र अशोक गहलोत शुरुआत वहां से करेंगे और मेरी सरकार की ऐसी की तैसी करेंगे ये चालाकियां होती हैं.
गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण के बाद उन्होंने उन्हीं को (प्रधानमंत्री को) को टैग करते हुए ट्वीट किया कि आज आपने चुनाव का बिगुल बजा दिया.
गहलोत ने कहा, यह सब चालाकियां मैं भी समझता हूं मैं भी तो लंबे समय से राजनीति कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद मानगढ़ के मंच से कहा था कि मैं प्रधानमंत्री जब मुख्यमंत्री था तब भी अशोक गहलोत मुख्यमंत्रियों की जमात में सबसे वरिष्ठ थे वो कह चुके हैं.
उन्होंने कहा, अगर मैं वरिष्ठ हूं तो प्रधानमंत्री को मेरी सलाह लेनी चाहिए और पूरे देश में पुरानी पेंशन योजना ओपीएस लागू कर देना चाहिए.
उन्होंने कहा ओपीएस लागू कर दीजिये पहली सलाह यही है आपको जो योजना हमने राजस्थान के लिए बनाई है आप उसको देश के लिए लागू कर दीजिए. उन्होंने कहा, अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता तो उसका लाभ लेना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह देश में घूम रहे हैं और देश की राजनीति में नया मॉडल बना दिया है. खरीद फरोख्त हार्स ट्रेडिंग से चुनी हुई सरकारों को गिराने का जैसा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा मणिपुर में हुआ.
ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन