समुद्र से 1 लोटा पानी लेने से फर्क नहीं पड़ता – TMC
ममता बनर्जी के बाद टीएमसी में दूसरे नंबर पर रहे मुकुल रॉय ने भाजपा में एंट्री कर ली है। इसके साथ ही पश्चिम बंगला की राजनीति गर्मा गई है। उन्होंने शुक्रवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। रॉय को टीएमसी के चाणक्य के रूप में भी जाना जाता है और माना जा रहा है कि उनके पार्टी में आने के बाद भाजपा बंगला में सेंध लगा देगी।
टीएमसी के अलावा कांग्रेस ने भी रॉय के इस तरह भाजपा में जाने पर उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता दिनेश गुंजुराव ने कहा कि जब असंतुष्ट लोग अपनी पार्टी छोड़ते हैं तो वो पूरी कोशिश करते हैं कि पूर्व पार्टी को नीचा दिखाएं। अगर यह वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं है तो मुकुल रॉय अपनी विश्वसनीयता खो देंगे।
हालांकि, टीएमसी का कहना है कि रॉय के जाने से उसे कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला। मुकुल रॉय के भाजपा में आने के कुछ देर बाद ही टीएमसी ने एक बयान में कहा कि समुद्र से अगल एक लोटा पानी ले लिया जाए तो उससे समुद्र को कोई फर्क नहीं पड़ता। रॉय के जाने का पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
आरएसएस के संगठन और नेतृत्व का कितना महिमांडन किया जाता है कि वहां नेतृत्व तैयार करने की फैक्ट्री चल रही है. हिमाचल प्रदेश में 73 साल के धूमल मिले. कर्नाटक में 74 साल के येदुरप्पा हैं. अगर संघ की फैक्ट्री में इतने नेता बन ही रहे हैं तो फिर दूसरे दलों से नेता क्यों लाए जा रहे हैं, और वे क्यों आ रहे हैं जिन पर स्कैम का आरोप भाजपा ही लगा चुकी है.
आप कह सकते हैं कि मुकुल राय ने जब कथित रूप से स्कैम किया था तब उनका खाता आधार से लिंक नहीं हुआ था, अब बीजेपी में आ गए हैं तो खाता लिंक हो गया है. इस पंक्ति को समझने के लिए दो बार पढ़िएगा. हाई लेवल का है. फेसबुक पर लोग मुकुल रॉय को लेकर बीजेपी का मज़ाक उड़ा रहे हैं. यह ठीक नहीं है. बीजेपी ने मुकुल रॉय का मज़ाक उड़ाया है. वे तृणमूल कांग्रेस के काबिल संगठनकर्ता माने जाते थे, बीजेपी ने अपनी दोनों जांच एजेंसियां लगाकर अपने में मिला लिया. पहली जांच एजेंसी सीबीआई टाइप और दूसरी न्यूज़ चैनल के वो एंकर जिनके शारदा स्कैम पर आज भी कई वीडियो यू ट्यूब में पड़े मिल जाएंगे.