आरबीआई ने 4 सालों में पहली बार बढ़ाई ब्याज दरें
अब आपके लिए कर्ज महंगा होगा और ईएमआई में बढ़ोतरी हो सकती है. आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है जिसके बाद आपके लिए बैंकों से कर्ज लेना और महंगा होने वाला है.
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी क्रेडिट पॉलिसी में नीतिगत दरों में इजाफा करते हुए रेट 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.25 फीसदी कर दिया है. रिवर्स रेपो रेट में भी 0.25 फीसदी का इजाफा किया गया है और ये बढ़कर 6 फीसदी पर आ गया है.
सीआरआर बिना किसी बदलाव के 4 फीसदी पर ही कायम है. खास बात ये है कि मौजूदा मोदी सरकार में ये पहली बार है जब आरबीआई ने ब्याज दरों में इजाफा किया है.
इससे पहले जनवरी 2014 में आरबीआई ने दरों में इजाफा किया था. 4 सालों के लंबे अंतराल के बाद अब जब आरबीआई ने नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की है तो इसका सीधा बुरा असर आपकी जेब पर पड़ेगा.
मतलब ये होगा कि आगे चलकर बैंक भी कर्ज की दरों में इजाफा कर सकते हैं. रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति ने 3 दिनों तक चली बैठक के बाद नीतिगत दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है.