सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, बरेली: विकास योजनाओं के माध्यम से जनपद की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं : जिलाधिकारी

बरेली, 8 जून।

 

जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी ने कहा कि जनपद में चल रही विभिन्न विकास और जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में स्वयं सहायता समूह भी अच्छा कार्य कर रहे हैं, ये समूह भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। इसी प्रकार ओडीओपी के तहत भी महिलाएं बढ़ चढ़कर कार्य कर रही हैं।

जिलाधिकारी आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला ग्राम्य विकास अभिकरण द्वारा आयोजित राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत तैयार उत्पादों की मार्केटिंग एवं पैकेजिंग सम्बंधित कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी श्री चंद्र मोहन गर्ग, परियोजना निदेशक डीआरडीए श्री तेजवंत सिंह, उपायुक्त उद्योग श्री ऋषि रंजन गोयल सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यशाला में जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी ने कहा कि महिला सहायता समूहों की क्रियाशीलता बढ़ाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की संख्या तहसीलों तथा ब्लाकों में बढाई जाए।

उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए आधुनिक पद्धतियां अपनाई जाएं। उन्होंने तहा कि इस प्रकार के तैयार उत्पादों को बाजार मूल्य पर बेचने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने परियोजना निदेशक को निर्देश दिए कि मार्केटिंग के लिए एक व्यापार बंधु की बैठक बुलाई जाए, जिसमें स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए गए उत्पादों का उचित मूल्य निर्धारित किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की देखरेख के लिए एक कैडर बनाया जाए जो समस्त स्वयं सहायता समूह की देखरेख करें।

जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी ने कहा कि जनपद में स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किए गए उत्पादों में बांस बेंत, शहद, जरी जरदोजी अत्यधिक प्रसिद्ध है जो कि प्रसन्नता की बात है। उन्होंने परियोजना निदेशक को निर्देश दिए कि समस्त स्वयं सहायता समूह की एक ड्रेस तथा आई कार्ड भी बनाया जाए, जिससे उनकी पहचान हो सके। उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि आजीविका मिशन बरेली जनपद में बहुत जल्द प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करेंगा।

(गोपाल चन्द्र अग्रवाल, प्रधान संपादक )