गौस-ए-पाक की याद मे सामूहिक रोज़ा इफ्तियार का कार्यक्रम किया गया।।
सैलानी स्थित बरादारी मस्जिद के बाहर पिछ्ले साल की तरह इस साल भी बज़्म-ए-गौस-ए-आज़म (तन्ज़ीम) की जानिब से रोज़ा इफ्तियार का कार्यक्रम रखा गया।
तन्ज़ीम के राष्ट्रीय महासचिव समरान खान ने बताया गौस-ए-पाक की याद मे हर माह की चाँद की 11 तारीख को मस्जिद बरादारी में नियाज़ नज़र का प्रोग्राम किया जाता है। इस बार रमज़ान शरीफ के मुबराक मौके पर चाँद की 11 तारीख को सामूहिक रोज़ा इफ्तियार का कार्यक्रम रखा गया। बरादारी मस्जिद के इमाम अज़हर रज़ा खाँ ने गौस-ए-पाक की ज़िन्दगी पर रौशनी डाली और कहा गौस-पाक के बताए हुए रस्ते पे चाले वाही मोअज़्ज़िम ज़ुर्फीकार सहाब ने नातो मनकबत पेश की और फिर सलातो-सलाम और नियाज़-नज़र का प्रोग्राम किया गया। मुल्क की अमन और शांति के लिए भी दुआ की गई। इसके बाद शाम को मस्जिद बरादारी के बाहर बज़्म-ए-गौस-ए-आज़म (तन्ज़ीम) की जानिब से 07 बज के 02 मिंट पर सामूहिक रोज़ा इफ्तियार कराया गया। जिसमे सैकड़ों की संख्या में हर खासो आम की शिरकत रही।।इस मौके पर मो0 रज़ा नूरी,समरान खान,राशिद खाँ,शाज़ेब खाँ,पप्पी भाई,तम्हीद पठान,इरफान नूरी,मोबीन,यावार भाई,मुजीब भाई,मो0 मोनिस,अनस खाँ,सुभान रज़ा,आदी का सायोग रहा। अंत में तन्ज़ीम के राष्ट्रीय महासचिव समरान खान ने सब का शुक्रिया अदा किया।।